चक्रवात मिचौंग के प्रभाव से पिछले पांच दिनों से राज्य के तटीय व दक्षिण बंगाल के जिलों में लगातार बारिश हो रही है. बुधवार रात से उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना व पूर्व मेदिनीपुर सहित दक्षिण बंगाल के जिलों हावड़ा, हुगली, नदिया, पूर्व बर्दवान में हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं. गुरुवार को भी इन जिलों में इसी प्रकार के हालात थे. इस वजह से राज्य में बड़े पैमाने पर होने वाली धान की फसल को नुकसान पहुंचा है. वहीं, निम्न दबाव के कारण अभी तक राज्य में ठंड ने दस्तक नहीं दी है. इससे आलू किसानों को भी काफी नुकसान हुआ है.
इसे लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार पर हमला बोला. गुरुवार को विधानसभा परिसर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री अधिकारी ने कहा कि कृषि विभाग की उदासीनता की वजह से किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है, क्योंकि कृषि विभाग ने इस बारिश को लेकर किसानों को अग्रिम कोई सूचना नहीं दी. इस वजह से किसान पके हुए धान को सही समय पर काट नहीं पाये.
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गौरतलब है कि इन इलाकों में खेतों में धान की फसल पक गयी है, इसलिए बारिश के बावजूद युद्धस्तर पर किसान धान की फसल काट रहे हैं, ताकि नुकसान को कम किया जा सके. आशंका है कि बारिश की पानी से धान खराब हो जायेंगे और इससे बाजार में चावल की कीमत बढ़ जायेगी. असमय बारिश के कारण सब्जी व आलू किसानों को भी नुकसान हुआ है. गौरतलब है कि आज भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर विधानसभा में काफी हंगामा भी किया था.
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