बंगाल पंचायत चुनाव : कूचबिहार के गीतलदाहा ग्राम पंचायत में बीएसएफ अधिकारी को तृणमूल समर्थकों ने घेरा
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने बीएसएफ के एक अधिकारी को दौड़ा दिया. बीएसएफ के अधिकारी ने कार में जाकर अपनी जान बचायी. सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं ने उन्हें बीजेपी का दलाल तक कह दिया. हालांकि, तृणमूल का कहना है कि बीएसएफ का विरोध करने वाले ग्रामीण थे.
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग जारी है. वोटिंग के दौरान कई जिलों में हिंसा की घटनाएं हुईं. आधा दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पंचायत चुनाव में केंद्रीय बलों की तैनाती पर आपत्ति जतायी. आज वोटिंग से पहले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक अधिकारी को तृणमूल समर्थकों ने घेर लिया, जब वह इलाके में गश्ती कर रहे थे. तृणमूल के गुस्साये समर्थकों को देख अधिकारी अपनी कार में बैठ गये. 1 मिनट 22 सेकेंड का यह वीडियो कूचबिहार जिले का बताया गया है.
टीएमसी ने जारी किया बीएसएफ का वीडियो
तृणमूल कांग्रेस के व्हाट्सऐप ग्रुप में एक वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें दिख रहा है कि बीएसएफ का एक अधिकारी आता है और पूछता है कि आपलोग कौन हो. यहां क्या कर रहे हो. इस पर उधर से जवाब आता, हम वोट देने आये हैं. हमलोग वोटर हैं. इस पर अधिकारी ने पूछा- वो क्या है, क्या कर रहा है. उसने कहा बूथ एजेंट है. पर्ची काट रहा है.
तृणमूल कार्यकर्ताओं ने पूछा- बीएसएफ का यहां क्या काम
इतने में कई और लोग उसके साथ आ गये. बीएसएफ अधिकारी से कहा कि आप यहां क्यों आये हो. उसने और कई सवाल किये- आपका क्या काम है. आपका कौन सा कैंप है. यहां बीएसएफ का क्या काम है. आपकी ड्यूटी यहां लगी है क्या. यहां सेक्टर पार्टी आयेगा, इलेक्शन पार्टी आयेगा. बीएसएफ का पार्टी नहीं आयेगा. इस पर अधिकारी ने कहा कि हां मेरी ड्यूटी है. इस पर तृणमूल समर्थकों ने कहा कि कौन हो आप? बीजेपी की दलाली करने आये हो.
बीएसएफ को जमकर सुनायी खरी-खोटी
तब तक बीएसएफ अधिकारी अपनी कार में बैठ चुके थे. कार में बैठकर उन्होंने किसी को फोन किया. इस पर तृणमूल समर्थकों ने उनको खूब खरी-खोटी सुनायी. राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं को उत्तेजित होता देख अधिकारी ने कार का शीशा बंद कर लिया, ड्राइवर ने भी कार का शीशा बंद कर लिया. इसके बाद लोगों से शांत रहने की अपील की. ये पूरा वीडियो 1 मिनट 22 सेकेंड का है.
पार्थ प्रतिम रे ने बीएसएफ की निंदा की
इसके बाद तृणमूल नेता पार्थ प्रतिम रे ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि बीएसएफ के अधिकारी और जवान लोगों को डरा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीएसएफ के कर्मचारी और अधिकारी लोकतंत्र को नुकसान पहुंचा रहे हैं. ये लोग आम मतदाताओं को आतंकित कर रहे हैं. हम इसका प्रतिवाद करते हैं.
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