कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को तीसरे चरण के मतदान में कुछ जगहों पर छिटपुट हिंसा हुई. उम्मीदवारों पर हमले की भी सूचना है. प्रदेश में करीब 80 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल करते हुए 205 उम्मीदवारों की किस्मत इवीएम में लॉक कर दी. प्रदेश की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने ‘मतदाताओं को प्रभावित’ करने के लिए केंद्रीय बलों के ‘जबरदस्त दुरुपयोग’ का आरोप लगाया.
अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के दक्षिण 24 परगना जिले (भाग दो) की 16 सीटों पर, हावड़ा (भाग एक) की 7 सीटों पर और हुगली (भाग एक) की 8 सीटों पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शाम 6:30 बजे तक मतदान चला. हुगली जिला में सबसे ज्यादा 84.71 फीसदी वोट गोघाट विधानसभा क्षेत्र में पड़े. आरामबाग में 79 फीसदी, धनेखाली में 79.21 फीसदी, हरिपाल में 75.38 फीसदी, जंगीपाड़ा में 80.22 फीसदी, खानाकुल में 76 फीसदी, पुरसुरा में 82 फीसदी और तारकेश्वर में 78.37 फीसदी वोट पड़े.
ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘हमारी ओर से मुद्दे को लगातार उठाये जाने के बावजूद यहां केंद्रीय बलों का जबरदस्त दुरुपयोग जारी है और निर्वाचन आयोग मूकदर्शक बना हुआ है. कई स्थानों पर इन बलों का दुरुपयोग तृणमूल कांग्रेस के मतदाताओं को भयभीत करने एवं अन्य लोगों को एक पार्टी के पक्ष में प्रभावित करने के लिए किया जा रहा है.’ भारतीय जनता पार्टी के सांसद सौमित्र खान की अलग रह रही पत्नी और तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार सुजाता मंडल खान पर आरामबाग में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से हमला किया.
हालांकि, भगवा पार्टी ने इन आरोपों से इनकार किया है. टीवी की तस्वीरों में यह दिख रहा है कि तृणमूल नेता का कुछ लोग पीछा कर रहे हैं, जिनके हाथों में लाठी एवं लोहे की छड़ें हैं और इसके बाद सिर पर लाठी से प्रहार किया जाता है. इस घटना में उनके सुरक्षा अधिकारी भी घायल हुए हैं. तृणमूल कांग्रेस का दावा है कि भाजपा के ‘गुंडों’ ने पार्टी के पोलिंग एजेंटों को मतदान केंद्र के अंदर नहीं जाने दिया और लोगों को मतदान करने से रोकने के लिए उन्हें धमकाकर अव्यवस्था का माहौल पैदा किया जा रहा है.
सूत्रों ने बताया कि इस घटना पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जिला निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट तलब की है. तृणमूल उम्मीदवार डॉ निर्मल मांझी ने दावा किया कि भाजपा के समर्थकों ने उन्हें रोका और उनके वाहन में तोड़फोड़ की. मांझी के अनुसार, तब वह उलुबेड़िया (उत्तर) विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे. मांझी को हेलमेट पहनाकर पुलिस ने इलाके से निकाला.
खानकुल में तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार नजमुल करीम को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से पीटा और उनके खिलाफ नारेबाजी की. बाद में केंद्रीय बलों ने उन्हें उस इलाके से निकाला. फलता सीट पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के वाहन पर कथित रूप से हमला हुआ. विष्णुपुर विधानसभा क्षेत्र में एक व्यक्ति को एक महिला को मतदान करने जाने से रोकने के लिए धमकाते देखा गया. हालांकि, महिला पर इसका कोई असर नहीं हुआ.
भारत निर्वाचन आयोग ने स्थानीय अधिकारियों से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है. आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रदेश के कैनिंग पूर्व विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र के बाहर देसी बम फेंकने की घटना में कम से कम एक व्यक्ति घायल हो गया. तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार सौकत मोल्ला ने अब्बास सिद्दीकी की अगुवाई वाली इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आइएसएफ) को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि, पार्टी ने इस आरोप को खारिज कर दिया है.
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तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए तथा डायमंड हार्बर से भगवा पार्टी के उम्मीदवार दीपक हल्दर ने आरोप लगाया कि उनकी पूर्व पार्टी मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर नहीं आने दे रही है. प्रदेश की धनेखाली सीट पर राज्य सरकार की मंत्री असीमा पात्रा ने भाजपा समर्थकों पर लोगों को मतदान केंद्रों पर आने से रोकने का आरोप लगाया है, जिसे भगवा पार्टी ने खारिज कर दिया.
पुलिस ने बताया कि हुगली जिले में मतदान शुरू होने से पहले एक भाजपा समर्थक के परिवार के एक सदस्य की कथित रूप से हत्या कर दी गयी. निर्वाचन आयोग ने अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत सभी विधानसभा क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू की और उन्हें ‘संवेदनशील’ घोषित कर दिया.
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Posted By : Mithilesh Jha