Bengal Chunav 2021 : बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 को लेकर लेफ्ट ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है. लेफ्ट पार्टी बंगाल में ममता बनर्जी और बीजेपी का चक्रव्यूह तोड़ने के लिए अपने पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य (Buddhadeb Bhattacharjee) को आगे लाने पर काम कर रही है. बताया जा रहा है कि बंगाल में वाममोर्चा बुद्धदेव के विकास कामों का आधार बनाकर वोट मांगेगी.
मिली जानकारी के अनुसार माकपा (लेफ्ट फ्रंट) वरिष्ठ नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य को 28 फरवरी को वाम-कांग्रेस की संयुक्त ब्रिगेड रैली में पेश करने की तैयारी कर रही है. बुद्धदेव भट्टाचार्य आखिरी बार तीन फरवरी, 2019 को लोकसभा चुनाव से पहले वामपंथियों द्वारा बुलायी गयी ब्रिगेड रैली में शामिल हुए थे. इसके बाद वह स्वास्थ्य कारणों से खुद को सक्रिय राजनीति से दूर कर लिये.
वाम के एक करीबी नेता नेता ने बताया कि बुद्धदेव भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल (West Bengal) की राजनीति में एक बड़ा नाम हैं. राज्य की राजनीति में उनका महत्वपूर्ण योगदान है. लोगों का मानना है कि बुद्धदेव भट्टाचार्य फिर से माकपा और पूरे वाममोर्चा को फिर से खड़ा कर सकते हैं. वहीं माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि उन्हें डॉक्टर की अनुमति से ब्रिगेड में लाया गया था. हालांकि, तब श्री भट्टाचार्य बीमारी के कारण मंच पर नहीं चढ़ सके थे.
इस बार, 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले, राज्य एक ऐतिहासिक राजनीतिक मोड़ पर खड़ा है. यह पहली बार है, जब राज्य में राजनीतिक स्थिति इतनी बिगड़ गयी है. इस बीच, वामपंथी अपने सिद्धांतों और आदर्शों के आधार पर बंगाल की राजनीति के मानक को बनाये रखने की कोशिश कर रहे हैं.
माकपा की ये है रणनीति- इस बार बुद्धदेव भट्टाचार्य को ब्रिगेड में सशरीर नहीं, बल्कि उन्हें वर्चुअल माध्यम से सभा में उपस्थित कराने तैयारी चल रही है. माकपा बुद्धदेव भट्टाचार्य के स्वास्थ्य को देखते हुए उनके घर से ही अपने डिजिटल मीडिया के मार्फत ब्रिगेड की सभा में पेश करना चाहती है. श्री भट्टाचार्य पाम एवेन्यू स्थित अपने आवास से ही एक आभासी भाषण दें, इसकी व्यवस्था की जा रही है, जिसे ब्रिगेड की रैली में स्क्रीन पर उस भाषण को प्रसारित किया जा सकता है. सब कुछ उनकी सेहत पर निर्भर कर रहा है.
Posted By : Avinish kumar mishra