पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 की तारीख का एलान हो गया है. राज्य में आठ चरणों में चुनाव कराया जाएगा. इतना ही नहीं राज्य के दक्षिण 24 परगना की 31 सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान होगा. दक्षिण 24 परगना युवा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी का गढ़ माना जाता है. निर्वाचन आयोग के इस फैसले पर ममता बनर्जी भड़क गई है और ईसीआई के साथ साथ बीजेपी पर हमलावर हो गई है. ममता ने कहा है कि इन लोगों को जो करना है करे, लेकिन चुनाव में बीजेपी वालों को हारिए भूत कोरे देबो.
पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराये जाने के ऐलान के बाद मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा है. शुक्रवार की शाम को सुश्री बनर्जी ने अपने कालीघाट के आवास स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान सवाल किया कि क्या चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के हिसाब से चुनावी तारीखों का ऐलान किया है? भाजपा ने जो कहा है क्या चुनाव आयोग ने वही किया है? असम, तमिलनाडु और पुडुचेरी में जब एक चरण में चुनाव कराये जा सकते हैं, तो बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराने का फैसला क्यों लिया गया? राज्य के एक ही जिले में दो-तीन चरणों में चुनाव क्यों कराये जा रहे हैं?
इधर, सुश्री बनर्जी ने एक बार फिर ‘स्थानीय बनाम बाहरी’ का मुद्दा उठाते हुए कहा कि वह बंगाल की बेटी हैं और बंगाल पर ‘बंगाली’ ही राज करेगा, किसी बाहरी को घुसने नहीं दिया जायेगा. तृणमूल सुप्रीमो ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि वह अपनी ताकत का दुरुपयोग न करें. इससे भाजपा को कोई फायदा नहीं होगा. भाजपा को बंगाल की जनता जवाब देगी. तृणमूल कांग्रेस हल हाल में भाजपा को हराएंगे. खेल जारी है, तृणमूल खेलेगी और जीतेगी भी. बता दें कि राज्य में 27 मार्च को पहले चरण के लिए वोटिंग होगी. एक अप्रैल को दूसरे चरण, 6 अप्रैल को तीसरे चरण, 10 अप्रैल को चौथे चरण, 17 अप्रैल को पांचवें चरण, 22 अप्रैल को छठे चरण, 26 अप्रैल को सातवें चरण और 29 अप्रैल को आठवें चरण के लिए वोट डाले जायेंगे.
Posted By : Avinish kumar mishra