30000 रूपए उधार लेकर बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ने उतरा ये शख्स, जानिए क्या है चुनावी रणनीति
Bengal Vidhan Sabha Chunav 2021 Latest News : चुनाव लड़ने का मन बना लिया जाये, तो खाली जेब इसकी राह में कहीं से भी अड़चन नहीं बन सकती है. बंगाल विधानसभा चुनाव में ऐसे कई उदाहरण देखने को मिल रहे हैं. पुरूलिया विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे मानस सरदार (30) ने अपनी चुनावी किस्मत आजमाने के लिए दोस्तों से 30,000 रुपये उधार लिये हैं.
चुनाव लड़ने का मन बना लिया जाये, तो खाली जेब इसकी राह में कहीं से भी अड़चन नहीं बन सकती है. बंगाल विधानसभा चुनाव में ऐसे कई उदाहरण देखने को मिल रहे हैं. पुरूलिया विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे मानस सरदार (30) ने अपनी चुनावी किस्मत आजमाने के लिए दोस्तों से 30,000 रुपये उधार लिये हैं.
चुनाव आयोग को सौंपे गये उनके हलफनामे के मुताबिक उनके पास एक पैसे की भी चल या अचल संपत्ति नहीं है. श्री सरदार ने कहा, ‘‘मेरे पास कुछ नहीं है. मेरा एक मात्र लक्ष्य हमारे इलाके का विकास करना है. मैं पहली बार चुनाव लड़ रहा हूं और मैंने अपने दोस्तों से 30,000 रुपये उधार लिये हैं. जेब में फूटी कौड़ी नहीं होने के बावजूद वह चुनाव जीतने को लेकर आश्वस्त हैं.”
जिले में बलरामपुर सीट से चुनाव लड़ रहे उन्हीं की पार्टी से उम्मीदवार अनादि टुडू (52) ने कहा, ‘‘ पैसे की कमी लोगों की भलाई करने के आपके सपनों को पूरा करने की राह में रूकावट नहीं बन सकती.” एसयूसीआइ(सी) उम्मीदवार दीपक कुमार और भागीरथ महतो ने अपने हफलमाने में कहा है कि उनकी कोई संपत्ति नहीं है. दीपक कुमार बलरामपुर से और भागीरथ महतो जयपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. दीपक कुमार 2016 का चुनाव भी लड़े थे, लेकिन हार गये थे.
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का जनाधार बढ़ा है. हम 500 रुपये की संपत्ति घोषित करनेवाले उम्मीदवारों में एसयूसीआइ (सी) के राजीव मुडी और स्वप्न कुमार मुर्मू भी शामिल हैं. राजीव बीनपुर (सुरक्षित) सीट से, जबकि मुर्मू मंजबाजार (सुरक्षित) सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. ये दोनों विधानसभा क्षेत्र पुरूलिया जिले में आते हैं.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सैकत गिरि ने चुनाव आयोग को सौंपे हलफनामे में अपनी संपत्ति महज 2000 रुपये होने की घोषणा की है. वह पूर्व मेदिनीपुर के पताशपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं फर्क महसूस कर सकता हूं क्योंकि मेरे पास बमुश्किल ही पैसे हैं. भाजपा और तृणमूल कांग्रेस इस चुनाव में भारी मात्रा में पैसे खर्च कर रहे हैं, जिसकी तुलना में मैं कुछ नहीं खर्च कर रहा. लेकिन आम आदमी से हमारा गहरा नाता है. ”
उन्होंने कहा, ‘‘इस निर्वाचन क्षेत्र के लोग सवाल कर रहे हैं कि अम्फन राहत कोष का पैसा कहां गया. वे सवाल कर रहे हैं कि युवा बेरोजगार क्यों हैं. हम यहां एक महिला कॉलेज खोलना चाहते हैं.” राज्य में आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. प्रथम चरण का चुनाव 27 मार्च को पांच जिलों में 30 सीटों पर होगा. इन जिलों में पुरूलिया, बांकुड़ा, झाड़ग्राम, पूर्व मेदिनीपुर (एक हिस्सा) और पश्चिम मेदिनीपुर (एक हिस्सा) शामिल हैं.
Posted By : Avinish kumar mishra