Bengal Chunav 2021 : बंगाल में चुनाव से पहले BJP को बड़ा झटका, ये दिग्गज नेता आज छोड़ सकते हैं पार्टी
Bengal Vidhan Sabha Chunav 2021 : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लग सकता है. दरअसल हाल ही में टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए दिग्गज नेता विश्वजीत दास पार्टी छोड़ सकते हैं. बताया जा रहा है कि राज्य बीजेपी आलाकामान से नाराजगी के कारण वे घरवापसी करेंगे. हालांकि विश्वजीत दास ने अभी तक इसपर कोई बयान नहीं दिया है.
Bengal Chunav 2021 : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लग सकता है. दरअसल हाल ही में टीएमसी छोड़कर बीजेपी (BJP) में शामिल हुए दिग्गज नेता विश्वजीत दास पार्टी छोड़ सकते हैं. बताया जा रहा है कि राज्य बीजेपी आलाकामान से नाराजगी के कारण वे घरवापसी करेंगे. हालांकि विश्वजीत दास (Biswajit Das) ने अभी तक इसपर कोई बयान नहीं दिया है. माना जा रहा है कि दास एक या दो दिन में टीएमसी ज्वाइन कर सकते हैं.
रैली के मंच पर नहीं मिली थी जगह- बता दें कि ठाकुरनगर में आयोजित केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) की सभास्थल के पास जाने से उत्तर बनगांव के भाजपा विधायक विश्वजीत दास को रोक दिया था. जिसके बाद दास ने प्रेस वार्ता कर इसके लिए स्थानीय सांसद शांतनु ठाकुर को जिम्मेदार बताया था. हालांकि इस घटना पर बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh Bjp) ने बयान भी दिया है.
शांतनु ठाकुर ने साधा निशाना- वहीं अब इस मामले में शांतनु ठाकुर ने विश्वजीत दास पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें नहीं पता कि दास उनके खिलाफ क्यों बोल रहे हैं. वह कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री से मिलने गये थे. लगता है कि वह तृणमूल में लौटना चाहते हैं. इसलिए वह उन पर आरोप लगा रहे हैं.
इससे पहले, विश्वजीत दास ने शांतनु ठाकुर पर आरोप लगाते हुए कहा था कि शांतनु मतुआ समाज का इस्तेमाल करके राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने पार्टी को ब्लैकमेल कर बनगांव में अलग सांगठनिक जिला कमेटी बनायी है. उन्होंने आरोप लगाया कि अमित शाह की सभा में जाने के लिए पार्टी की ओर से अतिथियों के नामों की सूची भेजी गयी थी, लेकिन शांतनु ने उस सूची को हटाकर खुद से नयी सूची तैयार की थी. मुख्यमंत्री से मिलने के विषय में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी राज्य की मुख्यमंत्री हैं. वह इलाके के विकास के मुद्दे को लेकर उनसे बात करने गये थे.
इधर, बीजेपी अधयक्ष दिलीप घोष ने पूरे मामले को निराधार बताया है. घोष ने कहा कि अमित शाह की रैली बीजेपी की रैली नहीं थी. यह रैली मतुआ समुदाय द्वारा आयोजित की गई थी. इसलिए लिस्ट भी उधर से ही आया था.
Posted By : Avinish kumar mishra