पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही सभी राजनीतिक दलों के भीतर कैंडिडेट चयन को लेकर हलचल शुरू हो गई है. बताया जा रहा है कि सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पार्टी में टिकट बंटवारे से पहले कई दिग्गज नेता सीट बदलने की मांग कर रहे हैं, जिसके कारण टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की परेशानी बढ़ सकती है. सीट बदलने की मांग करने वालों में सरकार के एक मंत्री भी शामिल है.
जानकारी के अनुसार राज्य के पुस्तकालय मामलों के मंत्री और मंगलकोट के विधायक सिद्दिकुल्ला चौधरी अब अपने सीटिंग सीट से चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं. मंत्री ने इस संबंध मे बातचीत करते हुए कहा कि मैं मंगलकोट सीट से नहीं खड़ा होऊंगा. मैंने तृणमूल कांग्रेस नेत्री ममता बनर्जी को पत्र लिख कर अपनी बात बता दी है. उन्होंने आश्वासन दिया है. बर्दवान में मेरे पास बहुत स्कोप है. मैं बर्दवान का पुत्र हूं. इसलिए मैं बर्दवान के लोगों के लिए काम करना चाहता हूं. यही बात मैंने टीम लीडर को बतायी है.
देवश्री रॉय भी कर चुकी है इंकार – बता दें कि इससे पहले देवश्री रॉय भी अपने सीट से चुनाव लड़ने से इंकार कर चुकी है. देवश्री वर्तमान में दक्षिण 24 परगना के रायदीघी विधानसभा सीट से विधायक हैं. बताया जा रहा कि जिस तरह से दिग्गज नेताओं द्वारा लगातार सीट छोड़ने की बात कही जा रही है, उससे आने वाले समय में सीएम ममता बनर्जी (Mamata banerjee) की टेंशन और अधिक बढ़ सकती है.
टीएमसी ने किया कमेटी गठित- राज्य में होनेवाले विधानसभा चुनाव की तिथि निर्धारित होते ही सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को ही कोर कमेटी की बैठक की. बैठक की अध्यक्षता पार्टी की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने किया, जहां चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की गयी है. बैठक समाप्त होने के तृणमूल कांग्रेस के सेक्रेटरी जनरल पार्थ चटर्जी ने कहा कि चुनाव के मद्देनजर पार्टी ने इलेक्शन कमेटी का गठन किया है, जिसमें सुप्रीमो सुश्री बनर्जी और उनके अलावा सुब्रत बख्शी, सुदीप बंद्योपाध्याय, सौगत राय, अभिषेक बनर्जी, फिरहाद हकीम, अरूप विश्वास, चंद्रिमा भट्टाचार्य, डेरेक ओ ब्रायन और सुब्रत मुखर्जी शामिल हैं. यह कमेटी चुनाव के मद्देनजर पार्टी की हर गतिविधियों का संचालन करेगी.
Posted By : Avinish kumar mishra