पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल के जंगलमहल इलाकों में एक बार फिर से माओवादी सक्रिय हो गए हैं, जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. माओवादियों ने चुनाव से पहले एक पर्चा जारी किया है, जिसमेंं चुनाव बायकॉट की बात कही गई है. वहीं पर्चा जारी होने के बाद सीआरपीएफ की टीम अलर्ट हो गई है.
जानकारी के अनुसार राज्य के जंगलमहल इलाकों में माओवादी के नाम से लिखे गये पर्चे मिले हैं. इन पर्चों में लोगों से चुनाव बायकॉट करने को कहा गया है. सवाल यह है कि क्या माआवोदी जंगलमहल में फिर से सक्रिय हो रहे हैं? क्या वे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं? जो भी हो, लेकिन स्थानीय पुलिस व प्रशासन इसे हल्के में नहीं ले रहा है. वहीं जंगलमहल इलाके में तैनात सीआरपीएफ भी वहां की हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी हुई है.
बता दें कि शनिवार की देर रात को पुरुलिया जिले के बाघमुंडी थाना अंतर्गत बुर्डा गांव और झालदा थाना अंतर्गत खामार गांव से सीपीआइ-माओवादी के नाम से लिखे गये कुछ पर्चे मिले थे. पर्चे में चुनाव बायकॉट करने को कहा गया है. साथ ही कई मसलों को लेकर सरकार और प्रशासन को चेतावनी दी गयी है.
Also Read: तृणमूल के नये स्लोगन से तेज हुई ‘भीतरी बनाम बाहरी’ की लड़ाई, जानें क्यों ‘बंगाल को चाहिए अपनी बेटी’
माओवादियोंन ने पर्चे में लिखा है कि राज्य में राशन डीलरों की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जायेगी, जिससे आम लोग परेशान हों. अन्य पर्चों में तीन नये कृषि कानूनों को जल्द रद्द करने, स्कूल-कॉलेजों को खोलने, जंगलमहल इलाके में बेरोजगारों को रोजगार की व्यवस्था करने की मांग की गयी है. इसके अलावा पर्चों मेें चेतावनी दी गयी है कि कोरोना को लेकर हर तरह की राजनीति बंद कर दी जाये.
Posted By : Avinish kumar mishra