पश्चिम बंगाल : पंचायत कार्यालय जाने पर पता चला कि वह मर चुकी है…
डीएम कार्यालय में संबंधित अधिकारी से बात हुई है. उन्होंने आशंका जतायी है जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र के पोर्टल में गड़बड़ी के कारण ऐसी भूल हुई होगी. उन्होंने कहा कि महिला की समस्या का जल्द समाधान हो जायेगा.
हल्दिया,अमित शर्मा : जीवित होने के बावजूद सरकारी दस्तावेज में एक महिला को मृत बताया गया है. इस घटना का खुलासा तब हुआ, जब उसे लक्ष्मी भंडार योजना ( Lakshmi Bhandar Yojana) की राशि कुछ महीनों से मिलनी बंद हो गयी. यह घटना पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर के महिषादल के ईटामगरा-2 ग्राम पंचायत अंतर्गत बामुनिया इलाके की है. महिला का नाम आयेशा बीबी है. उसके परिवार में पति एवं दो बेटे हैं. आयेशा ने मामले की शिकायत बीडीओ कार्यालय में की है.आयेशा ने कहा,“ गत अप्रैल से मेरे बैंक खाते में लक्ष्मी भंडार योजना की रकम नहीं मिल रही थी. इसका कारण जानने स्थानीय पंचायत कार्यालय गयी. वहां पता चला कि सरकारी रिकॉर्ड में मुझे मृत बताया गया है.
कारण जानने पहुंची, तब पता चला कि दस्तावेज में वह मृत घोषित है
पंचायत प्रधान ने की सलाह पर इसकी लिखित शिकायत बीडीओ कार्यालय में कर दी है. आश्वासन दिया गया है कि समस्या का समाधान जल्द हो जायेगा. मुझे यह समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर जीवित रहने के बावजूद सरकारी रिकॉर्ड में मुझे मृत कैसे करार दिया गया. इसकी जांच होनी चाहिए.” ईटामगरा-2 ग्राम पंचायत के प्रधान रामकृष्ण दास ने कहा कि सरकारी कामकाज में हुई गलतियों की वजह से एक गरीब महिला लक्ष्मी भंडार योजना के लाभ से वंचित है.
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पीड़िता को ही सरकारी कार्यालयों के लगाने पड़ रहे है चक्कर
इस गलती को लेकर पीड़िता को ही सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है. इस समस्या का जल्द समाधान निकले, यह ब्लॉक प्रशासन सुनिश्चित करे. वहीं, घटना को लेकर महिषादल के बीडीओ वरुणाशीष सरकार ने कहा कि कुछ दिनों पहले उन्हें इस मामले की जानकारी हुई थी. इस संबंध में डीएम कार्यालय में संबंधित अधिकारी से बात हुई है. उन्होंने आशंका जतायी है जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र के पोर्टल में गड़बड़ी के कारण ऐसी भूल हुई होगी. उन्होंने कहा कि महिला की समस्या का जल्द समाधान हो जायेगा.