Bettiah News: बेतिया के बलथर थाने में पुलिस हिरासत में मौत का विवाद हिंसक रुप ले गया और आक्रोशित भीड़ ने पुलिस थाना और वाहनों को आग के हवाले कर दिया. पुलिसकर्मियों को खदेड़ा गया. एक पुलिसकर्मी की जान भी भीड़ ने ले ली. पुलिस ने हिरासत में मौत के आरोप का खंड़न किया है. पुलिस की थ्योरी में कितना दम है ये तो अभी नहीं कहा जा सकता लेकिन सोशल मीडिया पर अब एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें युवक को मौत के ठीक पहले मधुमक्खी से बचते देखा जा रहा है.
बेतिया के जिस बलथर थाने में हिरासत में मौत का मामला गरमाया, उसका एक वीडिया सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में मृतक को देखा जा सकता है. पुलिस हिरासत में लिये गये अनिरूद्ध को थाने के बाहर टहलते देखा जा रहा है. वहीं अचानक मधुमक्खी के हमले से उसे जूझते देखा जा सकता है. इस वीडियो के सामने आने के बाद अब बेतिया मामले ने अलग मोड़ लेना शुरू कर दिया है.
पुलिस हिरासत में मौत का कारण मधुमक्खियों का काटना बताया जा रहा है. इससे एक बार कोई भी सोचने को मजबूर है कि आखिरकार बलथर थाना भवन में लगे मधुमक्खियों के आधा दर्जन छत्ता को हटवाने का प्रयास क्यों नहीं किया जा रहा. बलथर थाना भवन में ही मधुमक्खियों का आधा दर्जन छत्ता है. पेड़ व थाना भवन पर मधुमक्खियों ने अपना घर बनाया है. जहां तक पुलिस का कहना है कि मधुमक्खियों के काटने से अनिरुद्ध की मौत हुई है, यह सीधे तौर पर पच नहीं रहा है. फिर भी परिस्थितिजन्य साक्ष्य तो प्रथम दृष्टया सोचने पर मजबूर कर रहे हैं.
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सिकटा पीएचसी के चिकित्सक डॉ अनवर की मानें तो पीएचसी में जब उसे लेकर पुलिस पदाधिकारी गये, तो अनिरुद्ध अपने पैरों पर चलकर पीएचसी में पहुंचा था. फिर यहां से अपने पैरों पर चलकर पीएचसी से निकल पुलिस वाहन में बैठा था. पुलिस का कहना है कि जब वह चापाकल पर पानी पीने गया था, तो दो तीन मधुमक्खियां उसके हाथ पर बैठ गयी थीं. उसे उसने मार डाला. परिणामस्वरुप मधुमक्खियों के झुंड ने उसे अपनी चपेट में ले लिया. पूरे शरीर पर डंक लगा दिया. जिससे वह गंभीर हो गया.
बता दें कि बलथर थाने में हर दिन की तरह शनिवार को भी सबकुछ सामान्य था. होली पर्व को लेकर इलाके में पुलिसिया मुस्तैदी थोड़ी ज्यादा थी. मजिस्ट्रेट के रुप में तैनात अधिकारी गश्ती पर थे. अमूमन हर चौक-चौराहों की तरह आर्यनगर में भी युवाओं की टोली डीजे की धुन पर होली की मस्ती में डूबी थी. अधिकारियों को यह नागवार लगा. प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो अफसरों ने पहले तो डीजे बंद करवा दिया. फिर चालक अनिरूद्ध को हिरासत में लेकर थाने जा पहुंचे. बस यहीं से शुरू हुआ विवाद, उस समय उग्र रूप धारण कर लिया, जब अनिरूद्ध की पुलिस हिरासत में मौत की खबर मिली.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan