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Bhabanipur Bypoll: भवानीपुर में बवाल के बाद भाजपा हरकत में, पूर्व और वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली बुलाये गये

Bhabanipur Bypoll: भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं और चुनाव प्रचार के अंतिम दिन यहां का राजनीतिक तापमान काफी गर्मा गया. घोष ने मांग की कि स्थिति के सामान्य होने तक 30 सितंबर को होने वाले उपचुनाव को टाल दिया जाए

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 28, 2021 9:54 AM

Bhabanipur Bypoll: बंगाल उपचुनान को लेकर सूबे की राजनीति गरम है. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष को भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस के कथित समर्थकों ने सोमवार को धक्का दिया. यही नहीं उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. इसके बाद उनके सुरक्षा अधिकारी को पिस्तौल निकालनी पड़ी. इस घटना के बाद ताजा घर ये आ रही है कि बंगाल भाजपा में फिर बदलाव हो सकता है. दरअसल पूर्व और वर्तमान अध्यक्ष को पार्टी हाइकमान ने दिल्ली बुलाया है.

आपको बता दें कि भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं और चुनाव प्रचार के अंतिम दिन यहां का राजनीतिक तापमान काफी गर्मा गया. घोष ने मांग की कि स्थिति के सामान्य होने तक 30 सितंबर को होने वाले उपचुनाव को टाल दिया जाए, जबकि चुनाव आयोग ने घटना पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है. यहां बता दें कि 30 सितंबर को मतदान होना है. सोमवार को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन था.

क्या है पूरा मामला

दिलीप घोष सोमवार को भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबड़ेवाल के लिए प्रचार करने पहुंचे थे. जदुबाबू बाजार में उनके जुलूस को घेरकर तृणमूल समर्थकों ने प्रदर्शन किया. भाजपा व तृणमूल समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गयी. इसमें भाजपा के एक समर्थक मुकुंद झा घायल हो गये. बाद में उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में दाखिल कराया गया. दिलीप घोष को भी तृणमूल समर्थकों ने घेर लिया. उस वक्त श्री घोष के बॉडीगार्ड्स ने रिवॉल्वर लहराकर उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला.

बॉडीगार्ड्स को रिवॉल्वर निकालना पड़ा

चुनाव आयोग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आयोग ने राज्य सरकार से इस बाबत जानकारी मांगी है कि आखिर किन परिस्थितियों में बॉडीगार्ड्स को रिवॉल्वर निकालना पड़ा. घोष ने कहा कि प्रचार के दौरान उन्हें घेर कर हमला किया गया. बाध्य होकर सुरक्षाकर्मियों को रिवॉल्वर निकालना पड़ा. इसके एक घंटे पहले सांसद अर्जुन सिंह पर सीतला मंदिर के करीब हमला किया गया. प्रियंका टिबड़ेवाल भी हमले से नहीं बचीं. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजुमदार पर भी हमला किया गया है. इससे पहले पुलिस को इस बारे में जानकारी दी गयी थी लेकिन पुलिस ने सहायता नहीं की गयी. एक पुलिस अधिकारी जब उन्हें बचाने गये तो उनपर भी हमला किया गया. तृणमूल को हार का डर है. लेकिन मतदाताओं तक अगर वह नहीं पहुंच सके तो चुनाव कैसे होगा? आम व्यक्ति किस तरह मतदान कर सकता है.

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तृणमूल डर गयी : भाजपा

दिलीप घोष ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाया और कहा कि जो घटना हुई वह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. वह उपचुनाव को स्थगित करने की मांग करते हैं. परिस्थितियां सामान्य होने पर उपचुनाव कराये जा सकते हैं. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि दिलीप घोष जब प्रचार करने गये तो तृणमूल डर गयी. लोगों को डरा कर मतदान करने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है. पुलिस गुलाम हो गयी है.

दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि दिलीप घोष के सिक्योरिटी गार्ड ने दिन के उजाले में बंदूक तानी थी. ट्वीट में कहा गया कि बंगाल भाजपा का स्तर काफी गिर गया है. दिनदहाड़े लोगों पर पिस्तौल कैसे तानी जा सकती है? क्या लोगों को उन नेताओं के विरोध का अधिकार नहीं है जिनका वह समर्थन नहीं करते? इस तरह मानवाधिकार का घोर उल्लंघन शर्मनाक है. यह भवानीपुर के लोगों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है. प्रचार के आखिरी दिन भाजपा ने अपने करीब 80 नेताओं को मैदान में उतारा था.

Posted By : Amitabh Kumar

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