यूपी में भदोही के लालानगर टोल प्लाजा के पास बीते दो सितंबर को बरामद बक्से में बंद किशोरी की अधजली लाश मामले में बुधवार को पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. किशोरी की हत्या उसके ही सिरफिरे आशिक ने की थी. वारदात को इसलिए अंजाम दिया गया क्योंकि कि किशोरी किसी और से बात करने लगी थी. पुलिस के लिए इस हत्या का खुलासा करना सबसे बड़ा चुनौती था. 10 दिन में कड़ी से कड़ी जुड़ती गई और आखिरकार हत्यारा को गिरफ्तार कर लिया गया.
भदोही एसपी डॉ. मीनाक्षी कात्यायन ने बुधवार को बताया कि बीते दो सितंबर को लालानगर टोल प्लाजा के पास बक्से में किशोरी की अधजली लाश मिली थी. चेहरा जल जाने के कारण किशोरी की शिनाख्त नहीं हो सकी. मामले के खुलासे के लिए गोपीगंज व क्राइम ब्रांच टीम का गठन किया गया. टीम लगातार साक्ष्यों के संकलन में जुटी थी.
टीम ने हाईवे के 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले. तफ्तीश में मिले साक्ष्यों के आधार पर वाराणसी के भिखारीपुर कंचनपुर निवासी उपेंद्र श्रीवास्तव को कैंट स्थित हनुमान मंदिर के पास से गिरफ्तार किया गया. सख्ती से पूछताछ में उसने किशोरी की हत्या करने की बात कबूल की. उपेंद्र एक मल्टीनेशनल कंपनी में सेल्समैन है. वाराणसी के महामनापुरी कॉलोनी में किराए पर कमरा लेकर रहता है.
उपेंद्र ने बताया कि किशोरी से एक साल पहले मुलाकात बनारस में एक बर्थडे पार्टी में हुई थी. इसके बाद दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी. मैंने उससे मिलने के लिए वाराणसी की महामनापुरी कॉलोनी में 4500 रुपये महीने पर एक किराए का कमरा ले रखा था. कमरा लड़की के घर से 4 किमी दूरी पर है. यहां हम दोनों दिन में मिला करते थे.
इसी दौरान मुझे कुछ दिन पहले अपनी प्रेमिका पर शक हुआ. उसका फोन काफी बिजी आता था और वो मुझे मिलने से भी मना करती थी. आती भी थी तो ज्यादा देर नहीं रुकती थी. हाल के दिनों में पता चला कि किशोरी का प्रेम संबंध उसके पड़ोस के लड़के से भी है. उपेंद्र ने आपत्ति जताई मगर किशोरी पर कोई फर्क नहीं पड़ा. इससे नाराज उपेंद्र ने प्रेमिका की हत्या करने की ठान ली.
आरोपी उपेंद्र ने आगे बताया कि साजिश के तहत एक सितंबर को किशोरी को अपने कमरे पर बुलाया और उससे कहा कि आज नहीं आई तो मैं तेरे घर आ जाऊंगा. खैर, वो मुझसे मिलने आ गई. वहां मैंने कुछ देर बैठने के बाद उससे बात की. मैंने उससे फोन मांगा तो वो मना करने लगी. मैंने उससे सीधे पूछा कि क्या उसका किसी और से अफेयर है? लेकिन वो मुझसे झूठ बोल रही थी. उसको ऐसा देखकर मुझे यकीन हो गया था कि उसका अफेयर चल रहा है.
इस दौरान दोनों में विवाद होने लगा. फिर उसका गला दबाया और उसका सिर जमीन में पटक दिया. इससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद उसने कमरे में ताला बंद किया और बाहर जाकर लोहे का एक बक्सा और एक रस्सी खरीदी. इसके बाद वह दोबारा कमरे में लौटा और उसने बक्से में अपनी प्रेमिका का शव भरा, बक्सा बंद कर वह रात के अंधेरे में बक्से को बाइक में पीछे बांधकर कॉलोनी से निकल गया.
Also Read: भदोही: बंद बक्से में सुनसान जगह पर मिला युवती का अधजला शव, पहचानना मुश्किल, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
इस दौरान वह दो बार सुनसान इलाका देखकर रुका. लेकिन पुलिस की गाड़ी आती देख वह वहां पर लाश नहीं फेंक पाया. शव फेंकने के लिए सुरक्षित ठिकाना ढूंढ़ते-ढूंढ़ते देर रात भदोही के लाला नगर टोल प्लाजा के पास आ गया. टोल प्लाजा के पास खेत की झाड़ियों में बक्सा गिरा दिया. किशोरी की शिनाख्त न हो सके इसके लिए उसने बाइक से पेट्रोल निकालकर चेहरा जला दिया. इसके बाद वापस वाराणसी लौट गया
दो सितंबर को स्थानीय लोगों ने बक्सा और उसमें अधजली लाश देखी. एसपी ने कहा कि इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस टीम काफी लोगों से मिली और हत्यारे को गिरफ्तार किया. मामले का खुलासा करने वाली टीम को पुलिस उपनिरीक्षक विंध्याचल मंडल व एसपी की ओर से 25-25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना के अनावरण में ऑपरेशन त्रिनेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही. बताया कि यह पूरी तरह से ब्लाइंड मर्डर था, लेकिन ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत जगह-जगह लगाए गए सीसीटीवी कैमरे की मदद से इसके खुलासे में मदद मिली. लालानगर टोल प्लाजा के पास कन्हैयालाल गुप्ता की मिठाई की दुकान के आगे लगे सीसीटीवी में आरोपी की बाइक स्पष्ट रूप से दिखाई दी थी. वह वाराणसी की ओर से आता दिखा था. इसके बाद सीसी कैमरे की फुटेज वाराणसी तक जांची गई तो पुलिस आरोपी तक पहुंच गई. मंडुआडीह थाने की पुलिस की मदद ली गई.