Bhai Dooj 2023 Yamraj Puja: स्नेह, सौहार्द और प्रीति का प्रतीक यम द्वितीया यानी भैया दूज का त्योहार छह दिवसीय दीपोत्सव के अंतिम दिन में आज बुधवार को कार्तिक शुक्ल द्वितीया में ज्येष्ठा नक्षत्र व सिद्धयोग के सुयोग में मनाया जा रहा है. बहनें आज भगवान यम देव की पूजा व कथा के बाद अपने भाइयों की दीर्घायु, सुख, समृद्धि, यश, विद्या की कामना से यमराज एवं उनके दूतों की पूजा के बाद उनके माथे पर तिलक लगा रही हैं . भाई की सलामती के लिए बहनों ने यम देव से प्रार्थना की. कायस्थ समुदाय के श्रद्धालु आज विधि-विधान से चित्रगुप्त भगवान की पूजा-अर्चना कर रहे हैं.
भाई दूज के दिन गोबर से बना गोधन कूटने की अनोखी परंपरा है. गोबर की मानव आकृति बना कर उसके छाती पर ईंट रखकर स्त्रियां उसे मूसलों से तोड़ती हैं. पारंपरिक लोकगीत गाते हुए कजरौटा में काजल सेदती है फिर उस काजल को घर के बच्चों को लगाती हैं.
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द्वितीया तिथि : सुबह से दोपहर 02 बजकर 16 मिनट तक
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लाभ-अमृत मुहूर्त : प्रातः 06 बजकर 08 मिनट से 08 बजकर 51 मिनअ तक
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शुभ योग मुहूर्त : सुबह 10 बजकर 12 मिनट से 11 बजकर 34 मिनट तक
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अभिजित मुहूर्त : दोपहर 11 बजकर 11 मिनट से 11 बजकर 55 मिनट तक
धार्मिक मान्यता के अनुसार यमुना ने आज के ही दिन अपने भाई यमराज की लंबी आयु के लिए व्रत किया था और उन्हें अन्नकूट का भोजन खिलाया था. कथा के अनुसार, यम देवता ने अपनी बहन को इसी दिन दर्शन दिए थे. यम की बहन यमुना अपने भाई से मिलने के लिए अत्यधिक व्याकुल थी. अपने भाई के दर्शन कर यमुना बेहद प्रसन्न हुई. यमुना ने प्रसन्न होकर अपने भाई की बहुत आवभगत की. यम ने प्रसन्न होकर उसे वरदान दिया कि इस दिन अगर भाई-बहन दोनों एक साथ यमुना नदी में स्नान करेगें, तो उन्हें मुक्ति प्राप्त होगी. मान्यता है कि आज यम देव की पूजा करने पर अकाल मृत्यु टल जाते हैं.