Bhaum Pradosh Vrat 2023: भौम प्रदोष व्रत से मिलेगी मांगलिक दोष से मुक्ति, जानें ज्योतिषीय उपाय
Bhaum Pradosh Vrat 2023: भाद्रपद मास का प्रदोष व्रत 12 सितंबर 2023 दिन मंगलवार को है. ये साल 2023 का पहला और आखिरी भौम प्रदोष व्रत होगा. प्रदोष व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है. त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत रखा जाता है. हर माह दो बार प्रदोष व्रत रखा जाता है. साल में कुल 24 प्रदोष व्रत पड़ते है.
भाद्रपद, कृष्ण त्रयोदशी तिथि का समापन 12 सितंबर की रात 02 बजकर 21 मिनट पर होगी. इस दिन प्रदोष काल शाम 06 बजकर 30 मिनट से 08 बजकर 49 मिनट तक रहेगा. प्रदोष काल की अवधि 02 घंटे 19 मिनट तक रहेगा. इस अवधि में पूजा करना शुभ रहेगा.
प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा की जाती है. इस दिन मंगल दोष, कर्ज से मुक्ति पाने के लिए कुछ खास उपाय करना शुभ माना गया है.
जब त्रयोदशी तिथि मंगलवार के दिन पड़ती है तो उसे भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है. मान्यता है भौम प्रदोष वाले दिन शिवलिंग पर केसर मिश्रित जल चढ़ाकर 11 बार शिव चालीसा और फिर 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है.
भौम प्रदोष वाले दिन सुबह गाय को मीठी रोटी खिलाने से पति को दिर्घायु का वरदान मिलता है. बजरंगबली और शिव स्वंय पति की हर संकट से रक्षा करते हैं.
भौम प्रदोष व्रत वाले दिन मंगलदेव के 21 नामों का जाप करने से मंगल दोष से राहत मिलती है. जिन लोगों के विवाह में अड़चने आ रही है वो दूर होती है. मान्यता है कि इस दिन ऐसा काम करने पर शीघ्र विवाह के योग बनते हैं.
धार्मिक शास्त्र के अनुसार, बजरंगबली शिव जी के रुद्रावतार हैं. ऐसे में भाद्रपद के भौम प्रदोष व्रत वाले दिन ऋण मोचन मंगल स्तोत्र का पाठ करें, इससे धन आगमन का रास्ता खुलेगा. धन में वृद्धि होगी.
भाद्रपद माह के भौम प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर बेलपत्र और हनुमान जी को बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं. संभव हो तो ये बूंदी का प्रसाद बंदरों को खिलाएं, नहीं तो गरीबों में बांट दें. ऐसा करने पर आर्थिक तंगी दूर होती है.