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CWG 2022: जानें कौन हैं भाविना पटेल जिसने पैरा टेबल टेनिस में भारत को दिलाया गोल्ड

भारत की भाविना पटेल ने पैरा टेबल टेनिस महिला वर्ग 3-5 इवेंट में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है. फाइनल मुकाबले में भाविना ने नाइजिरीया की क्रिस्टियाना इकपोयी को हराकर अपना पहला कॉमनवेल्थ मेडल जीता. इससे पहले भाविना ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचा था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2022 4:14 PM
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बर्मिंघम में जारी कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games) में भारत की भाविना पटेल ने पैरा टेबल टेनिस महिला वर्ग 3-5 इवेंट में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है. फाइनल मुकाबले में भाविना ने नाइजिरीया की क्रिस्टियाना इकपोयी को हराकर अपना पहला कॉमनवेल्थ मेडल जीता. इससे पहले भाविना ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचा था. हालांकि, पैरालंपिक में उन्हें फाइनल में चीन की झाउ यिंग से हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन, अब कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में उन्होंने गोल्ड अपने नाम कर लिया.

फाइनल में रचा इतिहास
कॉमनवेल्थ गेम्स के महिला एकल वर्ग 3-5 के फाइनल मुकाबले में भारत की भाविना ने नाइजीरिया की इफेचुकुडे क्रिस्टियाना इकपोयी को 12-10, 11-2, 11-9 से हराकर गोल्ड मेडल जीता. इस मुकाबले में भारत ने गोल्ड के साथ ब्रॉन्ज मेडल भी हासिल किया है. भारत के लिये सोनलबेन मनुभाई पटेल ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है. भाविना को उनके पहले गेम में कड़ी टक्कर मिली. हालांकि, इसे उन्होंने 12-10 से जीत लिया. दूसरा गेम उन्होंने आसानी से 11-2 से अपने नाम किया. तीसरे गेम में विपक्षी खिलाड़ी ने उन्हें चुनौती देने की कोशिश की, लेकिन 11-9 से उन्होंने जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया.

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महज एक साल की उम्र में हुआ था पोलियो
भाविना का जन्म 6 नवंबर 1986 को गुजरात के मेहसाणा जिले के एक छोटे से गांव में हुआ था. महज एक साल की उम्र में उन्हें पोलियो हो गया. परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण उनका इलाज नहीं कराया जा सका. जब वह चौथे ग्रेड में थीं तब पिता ने विशाखापट्टनम में इलाज कराने की कोशिश की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. रिहैब के दौरान भाविना के ज्यादा ध्यान नहीं देने के कारण उनकी स्थिति ऐसी ही रह गई. भाविना को फिर अपनी पूरी जिन्दगी के लिए व्हीलचेयर को अपनाना पड़ा. भाविना ने इसी स्थिति में 12वीं तक की पढ़ाई की. गुजरात यूनिवर्सिटी से डिस्टेंस लर्निंग के तहत स्नातक की डिग्री ली. भाविना ने शौक के तौर पर टेबल टेनिस खेलना शुरू किया था. बाद में यह उनका पैशन बन गया. अब वे पैरा टेबल टेनिस में भारत को बड़े मंचों पर रिप्रेजेन्ट करती हैं.

भाविना के नाम उपलब्धियां

भाविना ने बैंगलोर में पैरा टेबल टेनिस में अपना पहला गोल्ड मेडल जीतकर अपनी पहचान बनानी शुरू कर दी थी. 2011 पीटीटी थाईलैंड टेबल टेनिस चैंपियनशिप जीतने के बाद उनकी वर्ल्ड रैंकिंग नंबर दो पर पहुंच गई. अक्टूबर 2013 में बिजिंग एशियन पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप में उन्होंने महिलाओं के सिंगल क्लास 4 इवेंट में सिल्वर मेडल जीता. भाविना ने साल 2018 में एशियाई पैरा खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. उन्होंने 2019 में बैंकाक अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय एकल गोल्ड मेडल जीता. टोक्यो पैरालंपिक्स 2020 में उन्होंने सिल्वर जीत कर इतिहास रचा था और अब कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना पहला गोल्ड मेडल अपने नाम किया.

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