Varanasi News: वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल में अपने परिजनों का इलाज कराने गए छात्र के साथ नाक,कान,गला विभाग में मौजूद बाउंसर द्वारा बदसलूकी करने का मामला सामने आया है। छात्र का कहना है कि बाउंसर ने मारपीट करते हुए हेल्थ कार्ड फाड़कर फेक दिया और जान से मारने की धमकी दी। छात्रों ने इस घटना पर आक्रोश जताते हुए बाऊंसर पर एफआईआर दर्ज करने से लेकर उसे कार्यमुक्त करने की मांग की है। विरोध स्वरूप छात्रों ने सिंह द्वार बंद कर दिया है। इससे कड़ी धूप में आने- जाने वाले राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
फैकल्टी ऑफ लॉ के छात्र पीड़ित राम दुलारे ने लंका थानाध्यक्ष को पत्र देकर शिकायत दर्ज कराने की मांग की राम दुलारे ने कहा कि वे अपने परिजन का इलाज कराने के लिए सर सुंदर लाल अस्पताल गए थे , डॉक्टर ने मरीज को देखने के बाद दवाई लिखी और कहा की दवाई लेकर दिखा दो। पीड़ित छात्र का कहना है की जब वो दवाई लेकर उक्त डॉक्टर के पास जा रहा था तो गेट पर मौजूद बाउंसर ने अंदर जाने से रोक दिया और गाली गलौज करने लगा , जिसके बाद छात्र ने इसपर आपत्ति जताई तो बाउंसर राघव सिंह ने छात्र का हेल्थ कार्ड फाड़ दिया और छात्र को मारने पीटने लगा ।
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इसके बाद जब छात्र ने अपने साथियों को इस घटना की सूचना दी और जब पीड़ित छात्र के साथी घटना स्थल पर पहुंचे तो बाउंसर राघव सिंह (जैसा की वो खुद अपना नाम बता रहा था) वहा से दुम दबाकर भाग निकला और बोला की मेरे पास 500 गुंडे है वो सबको देख लेगा।सर सुंदर लाल अस्पताल में मौजूद बाऊंसर आए दिन बीएचयू के छात्रों के साथ मार पीट , झगड़ा और गाली गलौज करते रहते है और इलाज कराने आए परिजनों के साथ दुर्व्यवहार करते रहते है। इसके बाद पीड़ित छात्र ने गुंडे बाउंसर राघव सिंह के खिलाफ लंका थाने में एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे लेकिन लंका पुलिस अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है। हालाकि बीएचयू बहुजन छात्र संगठन ने जल्द से जल्द कारवाई करने की मांग की ताकि न्याय मिल सके वरना आंदोलन की चेतावनी दी है।
रिपोर्ट – विपिन सिंह