Odisha Health Minister Murder Case: ओडिशा पुलिस ने बुधवार को दिवंगत स्वास्थ्य मंत्री नवकिशोर दास के निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) मित्रभानु देव को कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है. वहीं, ब्रजराजनगर थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रद्युम्न कुमार स्वैन और गांधी उत्तर पुलिस चौकी प्रभारी शशिभूषण पोधा का ट्रांसफर कर दिया गया है. मंत्री की हत्या के बाद राज्य सरकार ने मंगलवार को झारसुगुड़ा के पुलिस अधीक्षक और ब्रजराजनगर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी का तबादला कर दिया था.
29 जनवरी की शाम झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर क्षेत्र के गांधी उत्तर में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारे जाने के कुछ घंटों बाद 60 वर्षीय दास का निधन हो गया था. घटनाक्रम को लेकर एक अधिकारी ने कहा कि मारे गये मंत्री नवकिशोर दास के निजी सुरक्षा अधिकारी मित्रभानु देव को कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.
अधिकारी ने कहा कि जब आरोपी पुलिसकर्मी ने दास पर गोलियां चलायीं, तो देव ड्यूटी पर थे. सुरक्षा अधिकारी ने तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और वीवीआइपी दौरे के दौरान मानक संचालन प्रक्रिया का पालन करने में भी विफल रहे. दास के निजी सुरक्षा अधिकारी से राज्य पुलिस की अपराध शाखा की टीम ने मंगलवार को पूछताछ की थी. अधिकारी ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कराने वाले और मंत्री की हत्या के मामले में शिकायतकर्ता स्वैन को संबलपुर जिला पुलिस मुख्यालय में ट्रांसफर कर दिया गया, जबकि पोधा को पास के सोनपुर जिला पुलिस मुख्यालय में ट्रांसफर कर दिया गया है.
झारसुगुड़ा के पुलिस अधीक्षक राहुल जैन को कटक में राज्य पुलिस मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है. ब्रजराजनगर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी गुप्तेश्वर भोई को भी राज्य पुलिस मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री की हत्या को लेकर नवीन पटनायक सरकार पर विपक्षी दलों के हमले के बीच पुलिसकर्मियों का निलंबन और तबादला किया गया है.
उड़ीसा उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश स्वास्थ्य मंत्री नवकिशोर दास की हत्या के सिलसिले में पुलिस की अपराध शाखा की ओर से की जा रही जांच की निगरानी करेंगे. राज्य के गृह विभाग ने पहले उड़ीसा उच्च न्यायालय से पुलिस की अपराध शाखा द्वारा की जा रही जांच की निगरानी के लिए एक न्यायाधीश का नाम देने का अनुरोध किया था. गृह विभाग के अधिकारी ने कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच की मांग के मद्देनजर प्रशासन ने उच्च न्यायालय से ”जांच में पारदर्शिता बनाए रखने” का अनुरोध किया था.
हत्याकांड की जांच कर रहे क्राइम ब्रांच के एडीजी अरुण बोथरा की नेतृत्ववाली टीम बुधवार को फिर घटनास्थल पहुंची और जांच की. इस दौरान घटना स्थल से छोटे-छोटे सबूत संग्रह करने के लिए फारो थ्री डी स्टेनर की सहायता भी ली गयी. हत्याकांड स्थल सहित इसके आस पास के अंचल को फारो थ्री डी स्टेनर की लेजर सहायता से थ्री डी आयाम में वीडियो रिकॉर्ड किया गया. यह तकनीक जांच में बहुत सहायक होने की बात जांच टीम ने कही है.
साथ ही स्वास्थ्य मंत्री द्वारा व्यवहार की गयी कार की भी साइंटिफिक और ब्लास्टिंग एक्सपर्ट टीम ने जांच कर प्रमाण संग्रह किया है. कार में गोली के निशान भी मिले हैं. जांच टीम ने घटनास्थल के आसपास के अंचल में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने के साथ ही कुछ जगहों से सीसीटीवी फुटेज भी संग्रह किये हैं. वहीं, घटना के प्रत्यक्षदर्शियों का बयान भी रिकॉर्ड किया है.