ममता बनर्जी को बड़ा झटका, कोंटाई नगरपालिका के 20 में से 15 पार्षद तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल
पश्चिम बंगाल (West Bengal) में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool congress) को विधानसभा चुनाव 2021 (West Bengal Election 2021) से पहले और पार्टी के 23वें स्थापना दिवस पर जब ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) लोगों के लिए संघर्ष का संकल्प ले रही थीं, उसी दिन पार्टी के गढ़ मेदिनीपुर में भारी संख्या में पार्टी के एक दर्जन से अधिक पार्षदों ने दलबदल कर लिया. तृणमूल कांग्रेस के पार्षदों ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया.
कोंटाई/कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को विधानसभा चुनाव 2021 से पहले और पार्टी के 23वें स्थापना दिवस पर जब ममता बनर्जी लोगों के लिए संघर्ष का संकल्प ले रही थीं, उसी दिन पार्टी के गढ़ मेदिनीपुर में भारी संख्या में पार्टी के एक दर्जन से अधिक पार्षदों ने दलबदल कर लिया. तृणमूल कांग्रेस के पार्षदों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया.
तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस पर ही कोंटाई नगर निकाय में पार्टी के अधिकतर पार्षद उसका साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये. 20 सदस्यीय कोंटाई नगरपालिका में तृणमूल कांग्रेस के 15 पार्षद शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गये. इसमें कोंटाई नगरपालिका के पूर्व प्रशासक सौमेंदु अधिकारी भी शामिल हैं ,जो शुभेंदु अधिकारी के भाई हैं. शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी सरकार में वरिष्ठ मंत्री थे, लेकिन वह पिछले महीने भाजपा में शामिल हो गये.
सौमेंदु को हाल ही में ममता बनर्जी सरकार द्वारा नगर निकाय के प्रशासक पद से हटा दिया गया था. पिछले महीने तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से सौमेंदु को हटाना ‘बदले की भावना’ से उठाया गया कदम था. राज्य के पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि ममता बनर्जी सरकार नगर निगम चुनाव कराने में देरी कर रही है, क्योंकि वह अपनी ‘हार’ से भयभीत हैं.
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अधिकारी परिवार ने असली रंग दिखा दिया : फिरहाद हाकिम
इससे पहले दिन में, सौमेंदु ने संवाददाताओं से कहा था कि उनका परिवार कई तरह के हमले सहन कर रहा है. लेकिन हम मैदान में उचित जवाब देने में विश्वास करते हैं. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फिरहाद हकिम ने कहा, ‘सौमेंदु (नगर निकाय के) प्रशासक रहते हुए किसी अन्य पार्टी में शामिल होने के बारे में नहीं सोच सकते थे. चूंकि उन्हें पद से हटा दिया गया है, तो वह अन्य पार्टी में शामिल हो गये हैं. इसने उनका (अधिकारी परिवार का) असल रंग दिखा दिया है कि वे पद के बिना नहीं जी सकते हैं.’
सिंगूर के विधायक का तृणमूल नेतृत्व पर हमला
इस बीच पार्टी के सिंगूर से विधायक और वरिष्ठ नेता रवींद्रनाथ भट्टाचार्य ने पुराने नेताओं को किनारे कर ‘भ्रष्ट और बेईमान’ तत्वों को पार्टी में शामिल करने का रास्ता बनाने के लिए तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व पर हमला किया. वह हुगली में पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुए. तृणमूल कांग्रेस ने स्थापना दिवस पर कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की संस्कृति और मूल्यों की ‘सच्ची संरक्षक’ हैं.
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बंगाल की संस्कृति, गौरव और मूल्यों की सच्ची संरक्षक ममता
तृणमूल कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुब्रत बख्शी की अगुवाई में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने राज्य मुख्यालय में पार्टी का ध्वज फहराया और लोगों की सेवा में अथक परिश्रम के लिए कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया. तृणमूल ने ट्वीट किया, ‘पिछले 23 सालों में तृणमूल कांग्रेस परिवार ने कई लड़ाइयां लड़ीं और अधिकाधिक लोगों ने ममता पर बंगाल की संस्कृति, गौरव और मूल्यों की सच्ची संरक्षक के रूप में अपना विश्वास प्रकट किया. चूंकि हम एक और साल में कदम रख रहे हैं, तो हम बंगाल के लोगों की सुरक्षा और सेवा करने का वादा करते हैं.’
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दिलीप घोष ने उड़ाया तृणमूल कांग्रेस का मजाक
तृणमूल कांग्रेस का मजाक उड़ाते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार के गिनती के दिन रह गये हैं. यह आखिरी बार है कि वह सत्ता में रहते हुए स्थापना दिवस मना रही है.’ उन्होंने कहा, ‘अगले विधानसभा चुनाव में उसे सत्ता से उखाड़ फेंका जायेगा. फिर कोई भी उसकी तकदीर का अनुमान लगा सकता है. बंगाल में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं.
Posted By : Mithilesh Jha