पश्चिम बंगाल: हाथी दांत की तस्करी करने वाले बड़े गिरोह का खुलासा, 50 लाख का हाथी दांत जब्त, 3 तस्कर अरेस्ट
मोहम्मद बाजार थाना प्रभारी ने बताया कि गुप्त सूचना के बाद नाका चेकिंग अभियान के तहत ही थाना क्षेत्र के झारखंड-बीरभूम सीमा क्षेत्र के हरिनसिंह-काठपहाड़ी के पास हाथी दांत की तस्करी करने जा रहे तीन तस्करों को अवैध रूप से हाथी दांत लेकर जाते समय गिरफ्तार किया गया.
बीरभूम, मुकेश तिवारी. पश्चिम बंगाल की बीरभूम जिला पुलिस ने वनांचल क्षेत्रों से हाथी दांत की तस्करी करने वाले एक बड़े गिरोह को बेनकाब करने में सफलता पायी है. मोहम्मद बाजार थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के बाद कार्रवाई करते हुए दो हाथी दांत के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है. हाथी दांत की कीमत 50 लाख रुपये आंकी गयी है. तस्करों में एक झारखंड एवं दो बीरभूम के हैं. इनके खिलाफ वन्य जीव अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस इनका आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है.
हाथी दांत समेत तीन तस्कर गिरफ्तार
मोहम्मद बाजार थाना प्रभारी ने बताया कि गुप्त सूचना के बाद नाका चेकिंग अभियान के तहत ही थाना क्षेत्र के झारखंड-बीरभूम सीमा क्षेत्र के हरिनसिंह-काठपहाड़ी के पास हाथी दांत की तस्करी करने जा रहे तीन तस्करों को अवैध रूप से हाथी दांत लेकर जाते समय गिरफ्तार किया गया. पुलिस का कहना है कि अंतरराज्यीय सीमा पर विशेष नाका लगाया और इन तस्करों को गिरफ्तार किया गया. उनके पास से 02 (दो) हाथी दांत के बड़े टुकड़े बरामद किए गए हैं. पुलिस का कहना है कि ये तीनों ही व्यक्ति तस्करी करने जा रहे थे. इनके पास से दो बड़े आकार के हाथी दांत बरामद किए गए हैं, जिनकी कीमत करीब पचास लाख रुपए आंकी गयी है. पकड़े गए सभी तस्करों में एक झारखंड तथा दो बीरभूम जिले के रहने वाले हैं. मंगलवार को तीनों आरोपियों को सिउड़ी जिला अदालत में पेश किया गया. घटना की सूचना वन विभाग को दी गयी है. मामले को लेकर वन विभाग भी तहकीकात में जुट गयी है. इन तीनों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की गई है.
आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही पुलिस
जिला पुलिस अधीक्षक नागेंद्र नाथ त्रिपाठी ने खुलासा करते हुए बताया कि गणतंत्र दिवस के अवसर के बाद से ही समूचे जिले में विशेष नाका चेकिंग अभियान शुरू किया गया है. इसके तहत 615 किलो गांजा और हथियार जब्त किया गया था. अब हाथी दांत जब्त कर तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि हिरासत में लेकर इन तस्करों से पूछताछ की जाएगी. इस अवैध कारोबार में और कौन-कौन लोग शामिल हैं, उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा. पता चला है कि यह वन्यजीवों के अंगों की पिछले कई वर्षों से तस्करी कर रहे हैं. ये कहां से कीमती हाथी दांत लाए हैं और किस इलाके में तस्करी करने जा रहे थे. फिलहाल इनका आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है और इनके खिलाफ वन्य जीव अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
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