लातेहार में सीआरपीएफ को मिली बड़ी सफलता, पत्नी के साथ झारखंड क्रांति मोर्चा के शंकर को किया गिरफ्तार
लातेहार में सीआरपीएफ के जवानों को सर्च ऑपरेशन के दौरान बड़ी सफलता मिली. उग्रवादी पति-पत्नी को जंगल से गिरफ्तार किया गया. इनके पास से कई हथियार और अन्य सामान बरामद हुए हैं. केंद्रीय बलों का सर्च ऑपरेशन जारी है.
लातेहार, चंद्रप्रकाश सिंह : झारखंड से नक्सलियों के सफाये का अभियान लगातार चल रहा है. सुरक्षा बल के जवान जंगल और पहाड़ की खाक छान रहे हैं. इसी दौरान कई नक्सली पकड़े जा रहे हैं, तो कई नक्सली एवं उग्रवादी संगठनों के बंकर को ध्वस्त किया जा रहा है. कई बार भारी मात्रा में सुरक्षा बलों के हाथ वो हथियार भी लग रहे हैं, जिसे नक्सलियों एवं उग्रवादियों ने जंगल में छिपा रखे हैं. ऐसे ही एक ऑपरेशन के दौरान बुधवार (16 अगस्त) को एक उग्रवादी को उसकी पत्नी के साथ जवानों ने धर दबोचा. इनके पास से हथियार व अन्य सामान भी बरामद हुए हैं.
कलावा जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान मिली सफलता
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को लातेहार जिले में आज एक बड़ी सफलता मिली. सर्च ऑपरेशन के दौरान सीआरपीएफ ने झारखंड क्रांति मोर्चा के शंकर राम एवं उसकी पत्नी कविता भुइयां को गिरफ्तार कर लिया. सीआरपीएफ की 214वीं बटालियन के कमांडेंट केडी जोशी व सेकेंड कमांडेंट के निर्देश पर 214 बटालियन की चार्ली कंपनी के सहायक कमांडेंट प्रह्लाद रजक के नेतृत्व में लातेहार थाना क्षेत्र के बेंदी ग्राम के कलावा जंगल में सर्च अभियान चलाया जा रहा था.
शंकर और उसकी पत्नी के पास से मिले हथियार और अन्य सामान
सर्च ऑपरेशन के दौरान जंगल में उग्रवादी संगठन झारखंड क्रांति मोर्चा के शंकर राम एवं उसकी पत्नी कविता भुइयां को जवानों ने देखा. दोनों को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया. उनके पास से तीन देशी कट्टा एवं एक देशी राइफल, पांच जिंदा कारतूस, एक खाली कारतूस, वर्दी, जंगल शूज व पिट्ठू समेत कई सामग्री बरामद की गयी है. समाचार लिखे जाने तक सीआरपीएफ 214 बटालियन का सर्च ऑपरेशन जारी था.
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बता दें कि लातेहार जिला कभी घोर नक्सल प्रभावित इलाका हुआ करता था. लातेहार से लेकर छत्तीसगढ़ तक फैले बूढ़ा पहाड़ पर नक्सलियों का एकछत्र राज हुआ करता था. लेकिन, पिछले कुछ वर्षों में झारखंड पुलिस ने केंद्रीय बलों की मदद से बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त करवा लिया है. एक दिन पहले 15 अगस्त को गढ़वा जिले में स्थित बूढ़ा पहाड़ पर तिरंगा झंडा फहराया गया. इसी साल 26 जनवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद वहां गये और तिरंगा झंडा फहराया. बूढ़ा पहाड़ पर बसे गांवों में विकास योजनाओं की सौगात दी.
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