कोरोना से जंग : दिल्ली और उत्तर प्रदेश से गोपालगंज पहुंचे 15 हजार मजदूर, प्रशासन सतर्क
दिल्ली और उत्तर प्रदेश से करीब 15 हजार मजदूर बिहार पहुंचे हैं. सभी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में भोजन कराने के बाद बिहार के अलग-अलग जिलों में भेजा जा रहा है. बिहारी मजदूरों के लिए गोपालगंज में कुल छह हाइस्कूलों में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाये गये हैं. बता दें कि बिहारी मजदूरों के लिए गोपालगंज में कुल छह हाइस्कूलों में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाये गये हैं.
गोपालगंज : दिल्ली और उत्तर प्रदेश से करीब 15 हजार मजदूर बिहार पहुंचे हैं. सभी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में भोजन कराने के बाद बिहार के अलग-अलग जिलों में भेजा जा रहा है. बिहारी मजदूरों के लिए गोपालगंज में कुल छह हाइस्कूलों में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाये गये हैं. बता दें कि बिहारी मजदूरों के लिए गोपालगंज में कुल छह हाइस्कूलों में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाये गये हैं.
बता दें कि जिला प्रशासन की ओर से तीन हजार मजदूरों के पहुंचने की सूचना थी, लेकिन अचानक इनकी संख्या पांच गुनी हो गयी. डीएम अरशद अजीज, डीडीसी सज्जन आर, एसपी मनोज कुमार तिवारी और एसडीओ उपेंद्र कुमार पाल ने क्वॉरेंटाइन सेंटरों का जायजा लिया. डीएम ने जरूरत की सामग्री उपलब्ध कराने और मजदूरों को भर पेट भोजन कराने का निर्देश दिया. एसडीओ उपेंद्र कुमार पाल ने बताया कि करीब 15 हजार मजदूर अचानक पहुंचे हैं, जिनकी व्यवस्था की जा रही है. प्रशासन के अधिकारी दिन-रात मजदूरों के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यहां से उसी बस से मजदूरों को उनके पैतृक जिला भेजा जायेगा. एसडीओ ने दिल्ली से अभी और मजदूरों के आने की बात कही है.
जांच भी नहीं हुआ, चले गये मजदूर
दिल्ली और उत्तर प्रदेश से आनेवाले मजदूरों की जांच नहीं हुई. शहर के क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर पहुंचने के बाद भोजन कराया गया और उसी वाहन से उनके पैतृक जिला भेज दिया गया. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी केंद्रों पर एएनएम व नर्सों की तैनाती की गयी थी, लेकिन जांच के लिए कोई चिकित्सीय सामग्री नहीं था.
यहां बना है क्वॉरेंटाइन सेंटर
एसएस बालिका हाइस्कूल
वीएम इंटर कॉलेज
डीएवी प्लस-टू स्कूल
कमला राय कॉलेज
एमएम उर्दू कॉलेज
इब्राहिम मेमोरियल स्कूल
बिहार में आनेवाले सभी मजदूरों को गोपालगंज से उनके गृह जिला भेजा जा रहा है. गृह जिला पहुंचने के बाद पंचायतों में बनाये गये क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही उन्हें रखा जायेगा. गोपालगंज के जो मजदूर होंगे, उन्हें अपनी पंचायत के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जायेगा.