Agriculture News: बिहार में मेंथा की खेती के जरिए किसान लाखों की कमाई कर सकते है. आपको बता दें कि बिहार में किसानों को औषधीय फसल लगाने के लिए लगातार प्रेरित किया जा रहा है. इसका मकसद किसानों की आर्थिक स्थिती को बेहतर बनाना है. इस कोशिश में कृषि विभाग लगातार लगा रहा है. बता दें कि पूरे भारत में मेंथा की खेती की जीती है. वहीं बिहार में भी इसकी खेती की जीती है. बाजारों में मेंथा के तेल की कीमत प्रति लीटर एक हजार रुपए से अधिक है. मालूम हो कि इसके एक सीजन में होने वाली कमाई किसी भी फसल से होने वाली कमाई से अधिक है.
मेंथा के रखरखाव में ज्यादा मेहनत की जरुरत नहीं होती है. आसानी से इसकी खेती की जा सकती है. इसका उपयोग तेल, परफ्यूम, साबुन, डिटर्जेंट, ब्यूटी प्रोडक्ट्स से लेकर सिरदर्द की दवा बनाने में होता है. जानकारी के अनुसार भारत इसके उत्पादन में पहला स्थान रखता है. वहीं इसकी खेती लगातार लोकप्रिय हो रही है. इसकी सहायता से लाखों का मुनाफा कमाया जा सकता है. इसकी फसल जल्दी तैयार भी हो जाती है. मात्र 90 दिनों में फसल को तैयार कर किसान बढ़िया मुनाफा कमा सकते है.
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मेंथा की खेती जल्दी तैयार हो जाती है. इसमें लाखों का मुनाफा भी होता है. इसके अलावा एक एकड़ में मात्र 20 हजार से 25 हजार की लागत आती है. गौरतलब है कि मेंथा के पौधे को तैयार करने के लिए नर्सरी तैयार की जाती है. सबसे अच्छी बात यह है कि तापमान बढ़ने से इसकी पैदावार अच्छी होती है. दरअसल, मेंथा पुदीना वंश से संबंधित एक बारहमासी औषधी है. इसका वैज्ञानिक नाम मेंथा आरवेन्सिस है. इसमें कई पोषक तत्व पाए जाते है. वहीं इस पौधे के पूरे भाग से ही औषधी तैयार की जाती है.
Published By: Sakshi Shiva