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Breaking News : बिहार के सेंट्रल बैंक से 27 लाख की फर्जी निकासी कर असिस्टेंट मैनेजर फरार, हड़कंप

Bihar Breaking News : जब रक्षक ही चोर निकल जाये तो बैंक में जमा राशि की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा. इसी तरह का एक मामला ढाका प्रखंड के दलपत विशुनपुर सेंट्रल बैंक की शाखा से उजागर हुआ है, जहां सहायक प्रबंधक उत्पल आनंद ने विभिन्न तिथियों में जीविका के खाते से 27 लाख रुपये की निकासी कर ली.

By Prabhat Khabar News Desk | December 12, 2020 7:43 PM

Bihar News : जब रक्षक ही चोर निकल जाये तो बैंक में जमा राशि की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा. इसी तरह का एक मामला ढाका प्रखंड के दलपत विशुनपुर सेंट्रल बैंक की शाखा से उजागर हुआ है, जहां सहायक प्रबंधक उत्पल आनंद ने विभिन्न तिथियों में जीविका के खाते से 27 लाख रुपये की निकासी कर ली. वह भी आरटीजीएस के माध्यम से अपने खाते में स्थानांतरित कर लिया है. आशंका है कि अन्य खाताधारकों के खाता से भी उक्त बैंककर्मी द्वारा राशि स्थानांतरित की गयी होगी.

इधर बैंक में गड़बड़ी की सूचना के बाद अन्य खाताधारक भी अपने खाता के जांच के लिए परेशान दिखे. सूत्रों पर विश्वास करें तो यह निकासी 90 लाख तक जांच में पहुंच सकती है. उधर निकासी के बाद से सहायक प्रबंधक लापता है, जो चुनाव ड्यूटी के लिए निकले जो अब तक नहीं लौटे.

मामले को ले प्रबंधक द्वारा पचपकड़ी ओपी में सहायक प्रबंधक के गुमशुदगी का अर्जी दिया गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक सुनिल अग्निहोत्री व जीविका के एमएस मनोज कुमार ने बैंक पहुंच मामले की जांच की. शनिवार का दिन होने के कारण जांच मुकाम पर नहीं पहुंच सकी. मिली जानकारी के अनुसार यह निकासी जीविका के जागृति सीएलएफ बखरी पताही के खाता से 27 लाख की निकासी हुई है. जागृति के अध्यक्ष सरिता देवी, सचिव रीना देवी ने बैंक से इसकी लिखित शिकायत की है.

विभिन्न तिथियों में की गयी है रुपयों की निकासी- बैंककर्मी की ओर से विभिन्न तिथियों में जीविका खाते से अपने खाता में आरटीजीएस द्वारा राशि स्थानांतरित की गयी है. जानकारी के अनुसार तीन नवंबर को दो बार तीन-तीन लाख आरटीजीएस के माध्यम से निकासी की गयी. फिर नौ नवंबर को नौ लाख की निकासी की गयी. जीविका समूह को जानकारी तब हुई जब दिसंबर के पहले सप्ताह में सात लाख रुपये बैंक को ट्रांसफर करने के लिए बैंक से एडवाइस मांग गया. बैंक द्वारा बताया गया कि खाता में पैसा नहीं है.

खाता में कुल 28 लाख रुपये जमा थे. इसके बाद जीविका समूह में हड़कंप मचा और जांच को आवेदन दिया गया. आशंका व्यक्त की जा रही है कि अन्य लोगों के खाते से भी बैंककर्मी द्वारा निकासी की गयी होगी. बताया गया है कि उत्पल आनंद जब ढाका सीबीआई में थे तो उस समय भी लेन-देन को ले विवाद हुआ था.

क्या कहते हैं अधिकारी- बैंक से फर्जी ढंग से निकासी की सूचना पर जांच आरंभ कर दी गयी है. सहायक प्रबंधक के मिसिंग की सूचना थाना को दी गयी है. दो दिन बैंक बंद है. ऐसे में सोमवार को स्पष्ट होगा कि बैंककर्मी द्वारा कब और कैसे कितने राशि की अवैध ढ़ंग से निकासी की गयी.

सुनिल अग्निहोत्री,क्षेत्रीय प्रबंधक, सीबीआई, मोतिहारी

Posted by : Avinish kumar mishra

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