Bihar News: मौत के 5 महीने बाद भी पड़ गया वैक्सीन का डोज! मोबाइल पर आया मैसेज तो चौंक गये मृतक के परिजन

बिहार में कोरोना वैक्सीन का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. सिवान में एक व्यक्ति की मौत अप्रैल महीने में हो गयी. लेकिन अब पांच महीने बाद स्वास्थ्य विभाग ने उसके नाम से मैसेज भेजा है कि उसे वैक्सीन का दूसरा डोज दे दिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | October 26, 2021 9:01 AM

सिवान जिले में अब मृत व्यक्तियों को भी कोरोना के वैक्सीन दिए जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. जिले के भगवानपुर हाट प्रखंड के बनसोहीं गांव के कन्हैया साह के बेटे दुलारचंद साह की मौत इसी साल के अप्रैल में हो गई थी.

शनिवार को उनके घर के मोबाइल नंबर पर वैक्सीन के दूसरे डोज लेने का मैसेज आया. परिजनों का कहना था कि जब मौत अप्रैल में ही हो गयी तो छह माह बाद वैक्सीन की दूसरी डोज कैसे दी गयी .

बता दें कि जिस समय दुलारचंद साह की मौत हुई थी वह भी संदिग्ध ही थी. अप्रैल माह की 20 तारीख को वे बसंतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र वैक्सीन का पहला डोज लेने गए थे. वहां उनका रैपिड एंटीजेन किट से कोरोना की जांच की गई. रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें वेक्सीन का पहला डोज दिया गया.

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रात में उन्हें सांस लेने में तकलीफ शुरू हुई. इलाज के लिए जिला मुख्यालय ले जाया गया. अगले दिन उनकी मौत हो गई थी. दुलारचंद साह के भतीजे ने प्रभात खबर को बताया कि शनिवार को मोबाइल पर मैसेज आया कि चाचा को कोविशिल्ड का दूसरा डोज दे दिया गया. इसके बाद घर के लोग परेशान हो गए. जब कोविन पोर्टल से सर्टिफिकेट डाऊनलोड किया गया तो उसमें दोनों डोज लेने की पुष्टि भी हो गया.

गौरतलब है कि कोरोनावायरस के दूसरे लहर ने बिहार को भी अपनी चपेट में लिया था. सूबे में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. वहीं इस दौरान कोरोना वैक्सीन का डोज तेजी से दिया जा रहा है. सूबे में वैक्सीनेशन का काम तेजी से किया जा रहा है. लेकिन ऐसी चूक सामने आने से कई बार सवाल उठते रहे हैं.

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