शेखपुरा में तीन और मिले कोरोना पॉजिटिव, जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 122 हुई

बिहार के शेखपुरा जिले में गुरुवार को तीन और कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. अब यह संख्या यहां बढ़कर 122 हो गयी है. हालांकि, इनमें 53 कोरोना मरीज ठीक होकर घर चले गये है. फिलहाल यहां कोरोना संक्रमित की सक्रिय संख्या 69 रह गयी है. नवीनतम आंकड़ों के अनुसार तीन कोरोना वायरस पॉजिटिव पाये जाने वाले सदर प्रखंड के ढेउसा गांव के दो और हथियावां गांव के एक शामिल है. ये सभी लखनऊ और दिल्ली से आये थे. पॉजिटिव पाये जाने के बाद सभी का इलाज आइसोलेशन केंद्र पर किया जा रहा है.

By Samir Kumar | June 11, 2020 4:32 PM

शेखपुरा : बिहार के शेखपुरा जिले में गुरुवार को तीन और कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. अब यह संख्या यहां बढ़कर 122 हो गयी है. हालांकि, इनमें 53 कोरोना मरीज ठीक होकर घर चले गये है. फिलहाल यहां कोरोना संक्रमित की सक्रिय संख्या 69 रह गयी है. नवीनतम आंकड़ों के अनुसार तीन कोरोना वायरस पॉजिटिव पाये जाने वाले सदर प्रखंड के ढेउसा गांव के दो और हथियावां गांव के एक शामिल है. ये सभी लखनऊ और दिल्ली से आये थे. पॉजिटिव पाये जाने के बाद सभी का इलाज आइसोलेशन केंद्र पर किया जा रहा है.

वहीं, जानकारी के मुताबिक, पॉजिटिव पाये जाने वाले अधिकांश लोग बाहर से अपने घर वापस लौटे हुए बताये जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में किसी को भयभीत नहीं होने की सलाह दी है. आइसोलेशन के बाद सभी को स्वस्थ होकर कर घर भेजे जाने का दावा किया है. स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को दूरी बनाये रखने और कोरोना संक्रमण के प्रति सावधान रहने की सलाह दी है. घर से बाहर निकलने पर लोगों को हर हाल में मास्क का प्रयोग करने की भी सलाह दी है.

संदिग्धों के जांच के लिए अब पटना नहीं भेजा जायेगा सैंपल

कोरोना वायरस के संक्रमण के संदिग्धों के जांच के लिए अब नमूनों को पटना नहीं भेजा जायेगा. सरकार के निर्देशों के आलोक में अब यहीं जांच किया जायेगा. साथ ही परिणाम भी यहां स्थानीय तौर पर तुरंत प्राप्त किये जा सकेंगे. इस संबंध में टूनेट मशीन आज शुक्रवार से यहां काम करना शुरू कर देगा. सरकार के निर्देशों के आलोक में सभी जिला मुख्यालय में कोरोना संदिग्ध के जांच किये जाने को लेकर यह मशीन यहां भेजा गया है.

इस मशीन के संचालन को लेकर पहले भी यहां डॉक्टर और तकनीशियन को प्रशिक्षण दिया गया था. यहां मशीन पहुंचने के बाद अब एक बाद पुनः प्रशिक्षण दिया जा रहा है. अब नमूनों के जांच में तेजी आने का अनुमान लगाया जा रहा है. जांच के नमूने पटना भेजे जाने की जटिल प्रक्रिया भी से भी छुटकारा मिल जायेगा. हालांकि, जांच में नमूने पॉजिटिव पाये जाने पर इसके क्रॉस सत्यापन को लेकर वैसे लोगों के नमूने एक बार पटना भी भेजा जा सकता है.

Next Article

Exit mobile version