बिहार के हाजीपुर में आरबीएल फिनो बैंक से 4 लाख रुपये की लूट
महनार नगर क्षेत्र के अंतर्गत गणिनाथ चौक पर शनिवार की देर संध्या लगभग सात बजे हथियारबंद अज्ञात अपराधियों ने एक निजी बैंक से चार लाख रुपये, मोबाइल एवं लैपटॉप आदि लूट कर फरार हो गये.
महनार. महनार नगर क्षेत्र के अंतर्गत गणिनाथ चौक पर शनिवार की देर संध्या लगभग सात बजे हथियारबंद अज्ञात अपराधियों ने एक निजी बैंक से चार लाख रुपये, मोबाइल एवं लैपटॉप आदि लूट कर फरार हो गये. यह पूरी घटना बैंक में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई है.
शनिवार के दिन देर संध्या बैंक को खोल कर रखने के कारण पूरा मामला संदेहास्पद भी प्रतीत हो रहा है. पुलिस मौके पर पहुंच घटना की गहराई से जांच कर रही है. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार गणिनाथ चौक पर स्वर्गीय हरीशचंद्र प्रसाद जायसवाल के मकान में चल रहे आरबीएल फिनो सर्व बैंक में देर संध्या हथियारबंद अपराधी घुसे और पिस्तौल के बल पर बैंक में लूटपाट की घटना को अंजाम दिया.
अपराधियों ने बैंक से चार लाख रुपये नकद सहित बैंक में मौजूद कर्मचारियों के मोबाइल एवं लैपटॉप आदि लेकर फरार हो गये. लूटपाट की पूरी घटना बैंक में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई. सीसीटीवी के जांच में पाया गया कि चार की संख्या में अपराधी बैंक के अंदर था. सभी ने कर्मियों को पिस्तौल का भय दिखा कर एक जगह इकट्ठा किया और एक कमरे के अंदर बंद कर दिया और लूटपाट की घटना को अंजाम देते हुए आराम से निकल गये. जबकि बैंक के बाहर दो मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए और दोनों पर एक-एक अपराघी सवार दिख रहा है.
बताया गया कि अपराधियों के जाने के बाद कर्मियों ने बंद किए गए कमरे के बगल में स्थित शौचालय में किसी प्रकार घुसे और वहां से शोर मचाया. जिसके बाद स्थानीय लोग मौके पर जुटे और सभी कर्मियों को बैंक से बाहर निकाला. घटना की सूचना महनार थाना की पुलिस को दी गई. जिसके बाद मौके पर महनार के एसडीपीओ एसके पंजियार, थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, पुलिस पदाधिकारी गौरव श्रीवास्तव, सुरेश राम आदि पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटना की जांच शुरू कर दी. पुलिस ने बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से अपराधियों की पहचान करने में जुट गई है.
वहीं दूसरी ओर महीने के दूसरे शनिवार को सभी बैंक के बंद रहने के बाद भी इस बैंक के देर संध्या तक खुले रहने पर लोग सवाल उठा रहे हैं. बताया गया कि जिस समय बैंक में घटना हुई उस समय शाखा प्रबंधक नवीन कुमार के साथ 12 की संख्या में कर्मी भी उपस्थित थे. लोगों के अनुसार गणिनाथ चौक पर देर संध्या जिस समय घटना हुई उस वक्त दर्जनों लोगों की भीड़ उपस्थित थी. शाम में चौकीदार की भी तैनाती होती है. आसपास पुलिस की गश्ती गाड़ी भी मौजूद थी. ऐसे में अपराधी द्वारा आराम से घटना को अंजाम देकर निकल जाना कई गंभीर सवाल खड़े करता है और पूरे मामले को संदेहास्पद बना रहा है.