बिहार में दहेज लोभी दूल्हे की करतूत: बुलेट नहीं मिलने पर नहीं आयी बारात, मंडप पर इंतजार करती रही दुल्हन
दहेज लोभी लड़का पक्ष की ऐसी गंदी करतूत सामने आयी है जहां एक दुल्हन मंडप पर बारात का इंतजार करती रही लेकिन बुलेट की मांग पर अड़े लड़के वाले बारात लेकर नहीं आए.
बिहार में दहेज जैसी कुरीति को खत्म करने का संदेश देने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सभी जिलों से जुड़कर जागरुकता संदेश दे रहे हैं वहीं दूसरी तरफ दहेज लोभियों का मनोबल इस कदर बढ़ा हुआ है कि दूल्हन मंडप पर इंतजार करती रहीं लेकिन दुल्हा बारात लेकर दरवाजे तक नहीं आया. लड़की के पिता व परिवारजनों के सिर पर मानो पहाड़ टूट गया हो. दहेज लोभियों ने पूरे परिवार को मानसिक तनाव व आर्थिक परेशानी में डाल दिया है.
दहेज लोभियों का मनोबल सातवें आसमान पर है, जिसका एक नमुना अनुमंडल क्षेत्र में देखने को मिला. दहेज की मांग की गयी और रकम अदा नहीं करने पर बरात नहीं आई. यह घटना सभ्य समाज के संवेदनाओं को झकझोर कर रख दिया है. लड़की के पिता ने बड़े अरमान से अपनी बिटिया की परवरिश की तथा बीए तक पढ़ाई मुकम्मल कराई तथा 28वां बसंत पार कर चुकी पुत्री की हाथ पीला करने की चिंता सताने लगी.
इसी कड़ी में मुजफ्फरपुर जिला के थाना पारू के गांव जाफरपुर कुटाहीं निवासी स्व शम्भू साह के पुत्र चंदन कुमार के साथ शादी तय हुई तथा विवाह रस्मों के तहत छेका फलदान के अलावा तिलकोत्सव आदि की रस्में पुरी हुईं. जिसपर लाखों रुपये खर्च किया गया.
शादी के दिन सवेरे से ही दुल्हे समेत बरातियों के लिए तरह तरह के व्यंजन के अलावा खातिरदारी की पूरी तैयारी की गयी. वहीं दुलहन ने पति संग सात फेरे लेकर जीवन जीने की हसीन सपना देखी लेकिन बारात की रात्रि में जैसे जैसे रात बढ़ती गयी सरातियों का बरात आने के चक्कर में आंखे पथराने लगी. वर पक्ष से बारात आने के विलंब के बारे में पूछा तो दहेज में बुलेट मोटरसाइकिल तथा नगद लाखों रुपए पुरा नहीं करने बात कही गयी.
लड़की के पिता अपने कुछ सहयोगियों के साथ वर पक्ष के गांव गये जहाँ पर घर पर कुछ महिलायें तो थीं परन्तु लड़का समेत शादी को मुकम्मल कराने वाले सभी गणमान्य फरार थे. इसी क्रम में कन्या पक्ष के लोग पारू थाना पहुंच घटना की जानकारी दी लेकिन पुलिस द्वारा बरात ले जाने के लिए कोई सार्थक पहल नहीं की गयी. पीड़ित पिता ने पुलिस प्रशासन व सरकार से न्याय की मांग की है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan