मोतिहारी जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. तीन रोज पूर्व संख्या तीन लाख के करीब थी जो अब सवा छह लाख हो गयी है. गांवों से लेकर शहर तक बाढ़ के पानी का कहर जारी है और जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. जो आकड़े प्राप्त हुए हैं उसके अनुसार, सात प्रखंडों के 144 गांवों में बाढ़ प्रभावित है,जिसमें 140 गांव पूरी तरह से पानी से घिरा हुआ है.
बाढ़ पीड़ित काफी परेशान हैं और बांधों के अलावा अन्य ऊंचे स्थलों पर शरण लिये हुए हैं.बंजरिया के गंडक नदी पर बना पुल,मध्य विद्यालय जटवा उर्दू,बेतिया रोड-एनएच-28 का किनारा,लखौरा रोड स्थित बांध पीड़ितों के लिए शरण स्थली बना हुआ है.वहीं मवेशियों के लिए चारा की व्यवस्था भी एक बड़ी समस्या बनी हुई है. अपनी जान जोखिम में डालकर पशुपालक पानी में पहुंचर पेड़ की टहनियां तोड़ ला रहे हैं.हालांकि जिला प्रशासन पीड़ितों की सहायता के लिए पहल कर रहा है और आवश्यक सामग्रियों को पहुंचा रहा है.
बंजरिया में बाढ़ का पानी एक तरफ जहां कम हो रहा है वहीं सदर प्रखंड के विभिन्न इलाकों में फैल रहा है.सदर के बासमन,पतौरा,मधुबनीघाट, थरगटवा व टिकुलिया आदि पंचायतों के गांवों में पानी फैल रहा है.वहीं पकड़ीदयाल के नये इलाकों में पानी बढ़ रहा है. जबकि पताही में पानी काफी कम हो गया है,जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है.बताया गया है कि यहां की नदियों के जल स्तर में भारी कमी आयी है.
Posted By: Thakur Shaktilochan