Bihar Flood: मोतिहारी में दस पंचायतों के सवा लाख लोग झेल रहे बाढ़ की मार, संकट में नाव ही एक सहारा

नाव के सहारे बंजरिया प्रखंड अंतर्गत 10 पंचायतों के 1.30 लाख लोगों की कट रही है. बीते 1 माह से अधिक समय से बाढ़ आया हुआ है. जिसके कारण प्रखंड के 10 पंचायतों के दर्जनों गांव का लोगों का सड़क मार्ग भंग हो चुका है. लोगों को शहर सहित अनेक जगहों पर जाने - आने के लिए सिर्फ और सिर्फ नाव ही सहारा है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 17, 2021 9:06 AM

नाव के सहारे 1.30 लाख लोगों की कट रही है जिंदगी. जी हां चौंकिए मत यह सच्चाई है. यह आलम है बंजरिया प्रखंड अंतर्गत 10 पंचायतों का, जहां बीते 1 माह से अधिक समय से बाढ़ (Bihar Flood )आया हुआ है. जिसके कारण प्रखंड के 10 पंचायतों के दर्जनों गांव का लोगों का सड़क मार्ग भंग हो चुका है. लोगों को शहर सहित अनेक जगहों पर जाने – आने के लिए सिर्फ और सिर्फ नाव ही सहारा व इमरजेंसी या तबियत बिगड़ने पर एनडीआरफ टीम व जिला आपदा वोट रेस्क्यू कर लोगों को जिंदगी बचाने का कार्य कर रही है.

आजादी के बाद पहली बार जून माह में इस साल बाढ़ आयी है. जून व जुलाई माह में प्रत्येक वर्ष ना जाने कितने वैवाहिक जीवन शुरू होते है. जो इस बार आयी बाढ़ के कारण वैवाहिक कार्यक्रम में लोगों को काफी परेशानियां के सामना करना पड़ा. इन दिनों युवाओं के साथ देखने को मिला. लोगों ने जैसे तैसे विवाह नाव के सहारे बारात लेकर दूल्हे राजा शादी कर दुल्हनियां को नाव पर बैठा कर ही अपने घर लाये.

बताते चलें कि बीते 35 दिनों से अधिक समय से बाढ़ का विभीषिका चल रहा है. जिसके चपेट में अभी तक प्रखंड के 10 पंचायत सेमरा, पचरुखा पूर्वी, पचरुखा मध्य, पचरुखा पश्चिमी, जनेरवा, फुलवार उत्तरी, फुलवार दक्षिणी, रोहिनिया, सिसवा पूर्वी, सिसवा पश्चिमी पंचायत के दर्जनों गांव में अभी भी बाढ़ के पानी से चारों तरफ से घिरा हुआ है.

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सभी गांव टापू बन कर रह गये हैं. लोगों की जिंदगी अभी भी अस्त व्यस्त हैं. प्रशासन की ओर से कहने के लिए 8 सरकारी नाव का संचालन कराया जा रहा है लेकिन यह सिर्फ कागजों में ही. धरातल पर कुछ भी नहीं है.

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