Bihar Flood : महिला ने एनडीआरएफ की रेस्क्यू बोट पर दिया बच्ची को जन्म
Bihar Flood Weather Latest Updates Latest Bihar News NDRF Flood hit East Champaran District मोतिहारी : बिहार के पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) जिला में बाढ़ राहत एवं बचाव ऑपरेशन में जुटी 9वीं बटालियन एनडीआरएफ के रेस्क्यू बोट पर एक गर्भवती महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया. बाद में मां और बच्ची दोनों को एम्बुलेंस के सहारे नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया. जहां मां और बच्ची दोनों की हालत स्थिर बतायी जा रही है.
Bihar Flood Weather Latest Updates Latest Bihar News NDRF Flood hit East Champaran District मोतिहारी : बिहार के पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) जिला में बाढ़ राहत एवं बचाव ऑपरेशन में जुटी 9वीं बटालियन एनडीआरएफ के रेस्क्यू बोट पर एक गर्भवती महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया. बाद में मां और बच्ची दोनों को एम्बुलेंस के सहारे नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया. जहां मां और बच्ची दोनों की हालत स्थिर बतायी जा रही है.
Bihar: A 25-year-old woman gave birth to a baby girl on a rescue boat of NDRF (National Disaster Response Force) in flood-hit East Champaran district, today. Mother and baby were shifted to nearby primary health centre by ambulance where their condition is found to be stable. pic.twitter.com/l828fPrJbe
— ANI (@ANI) July 26, 2020
पूर्वी चंपारण जिला में गर्भवती महिला रीमा देवी (25 वर्ष), पत्नी मुनिलाल महतो बूढ़ी गंडक नदी बाढ़ प्रभावित गांव गोबरी, प्रखंड बंजारिया में प्रसव पीड़ा से परेशान थी. उनके परिवार के लोगों के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कि संकट की इस घड़ी में जल्द से जल्द नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बंजारिया कैसे उन्हें पहुंचाया जाये. इसकी सूचना उस गांव के नजदीक ऑपेरशन में जुटे एनडीआरएफ के कमाण्डर सहायक उप निरीक्षक को मिली.
जितेन्द्र कुमार ने अपने प्रभारी अधिकारी अरविन्द मिश्रा को सूचना दी तथा उनके निर्देश पर एनडीआरएफ के बचावकर्मी त्वरित कार्यवाही करते हुए तुरंत प्रसव पीड़ित महिला के घर के नजदीक रेस्क्यू बोट से पहुंचे. कमाडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि बाढ़ प्रभवित इलाकों से सुरक्षित निकालने के क्रम में वर्ष 2013 से एनडीआरएफ के रेस्क्यू बोट पर यह दसवें शिशु जन्म की घटना है. जिसमें एक जुड़वे बच्चे का जन्म भी शामिल है. भगवान का शुक्र है कि अब तक सभी शिशु जन्म सुरक्षित हुआ है.
उन्होंने कहा कि हमारे बचावकर्मियों का उद्देश्य मुसीबत में फंसी गर्भवती महिला को जल्द से जल्द सुरक्षित तरीके से नजदीकी अस्पताल पहुंचाने का होता है. उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ के बचावकर्मी आपदा रेस्पांस के अन्य तकनीकों के साथ-साथ प्रथम चिकित्सा उपचार में प्रशिक्षित होते हैं. उन्हें सुरक्षित प्रसव कराने के बारे में भी प्रशिक्षित किया जाता है ताकि आपदा में जरूरतमंद को हरसंभव मदद किया जा सके.
सिन्हा ने बताया कि बिहार में बाढ़ आपदा से निबटने के लिए वर्तमान में एनडीआरएफ की 21 टीमें राज्य के 12 अलग-अलग जिलों में तैनात है. मोतिहारी जिला में अरविन्द मिश्रा, सहायक कमान्डेंट के नेतृत्व में तीन टीमें तैनात है. अब तक एनडीआरएफ की टीमें बाढ़ प्रभावित गोपालगंज, सुपौल, दरभंगा, सारण, पूर्वी चंपारण तथा पश्चिम चंपारण जिलों में बाढ़-बचाव ऑपेरशन करके 5,300 से अधिक लोगों को जलमग्न गांवों से निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया है.
Upload By Samir Kumar