बिहार में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर राजद विधायक समेत 13 के खिलाफ एफआईआर दर्ज

सारण : बिहार के सारण में तरैया विधायक मुद्रिका प्रसाद राय पर लॉकडाउन उल्लंघन करने के मामले में थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है. बाढ़पीड़ितों के लिए चल रहे सामुदायिक किचेन व जेनसेट से बिजली सप्लाई बंद करने के खिलाफ तरैया विधायक मुद्रिका प्रसाद राय ने शुक्रवार को अस्थायी प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर कार्यकर्ताओं के साथ धरना दिया था. तरैया थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने लॉकडाउन उलंघ्घन करने के मामले में विधायक समेत 13 कार्यकर्ताओं पर एक प्राथमिकी दर्ज की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2020 3:39 PM

सारण : बिहार के सारण में तरैया विधायक मुद्रिका प्रसाद राय पर लॉकडाउन उल्लंघन करने के मामले में थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है. बाढ़पीड़ितों के लिए चल रहे सामुदायिक किचेन व जेनसेट से बिजली सप्लाई बंद करने के खिलाफ तरैया विधायक मुद्रिका प्रसाद राय ने शुक्रवार को अस्थायी प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर कार्यकर्ताओं के साथ धरना दिया था. तरैया थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने लॉकडाउन उलंघ्घन करने के मामले में विधायक समेत 13 कार्यकर्ताओं पर एक प्राथमिकी दर्ज की है.

दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि वर्तमान में बिहार सरकार द्वारा लॉकडाउन लागू किया गया है. लॉकडाउन के दौरान धार्मिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक लगाये गये. इसके बाद भी विधायक द्वारा लोगों को इकठ्ठा कर धरना देना लॉकडाउन का उलंघ्घन है. थानाध्यक्ष ने तरैया विधायक मुद्रिका प्रसाद राय, राजद प्रखंड अध्यक्ष बीर बहादुर राय, कार्यकर्ता रविंद्र राय गंडार, विजय राय गलिमापुर, वकील राय भागवतपुर, पानापुर प्रखंड अध्यक्ष अनिल यादव, संजय यादव बगही, नितेश शर्मा हरखपुरा, सुरेश राम खराटी, मुन्ना सिंह तरैया टोला, मनोज राय शाहनेवाजपुर, उमेश राय पानापुर समेत 40 से 45 अज्ञात व्यक्तियों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

फिलहाल पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच में जुट गयी है. वहीं राजद विधायक मुद्रिका प्रसाद राय के खिलाफ एफआईआर दर्ज किये जाने पर पार्टी समर्थकों एवं कार्यकर्ताओं में रोष है. राजद के जिला प्रवक्ता हरेलाल यादव ने एफआइआर दर्ज किये जाने की निंदा की है. साथ ही कहा है कि हम जनता के हक के लिए आगे भी लड़ाई जारी रखेंगे.

जनता की समस्या व मांग उठाना अगर गलत है तो प्राथमिकी का डर नहीं : विधायक

राजद विधायक ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि तरैया अस्थायी प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर बाढ़पीड़ितों की समस्याओं को लेकर धरना देने पर प्रशासन द्वारा मुझे पर व मेरे कार्यकर्ताओं पर प्राथमिकी दर्ज करना गलत कार्य है. क्षेत्र की जनता की समस्या व मांग की आवाज उठाना अगर गलत है तो विरोध में कितना हूं प्राथमिकी दर्ज हो मुझे गम नहीं है.

तरैया विधानसभा क्षेत्र के तरैया, पानापुर व इसुआपुर प्रखंडों के सभी पंचायतों के सभी गांव बाढ़ की चपेट है. बाढ़पीड़ित ऊंचे स्थानों, नहर बांध, सड़कों के किनारे ठहरे हुए है. इस विकट परिस्थिति में भोजन, बिजली, पानी बंद कर देने क्या उचित है. उन्होंने कहा कि सारण डीएम को 19 अगस्त को आवेदन देकर सामुदायिक किचेन व बिजली चालू कराने की मांग किया था. सामुदायिक किचेन व बिजली नहीं चालू होने की स्थिति में 21 अगस्त को धरना कार्यक्रम करने की मांग किया था.

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