मधेपुरा : बिहार में मधेपुरा के मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत नगर पंचायत क्षेत्र के विभिन्न क्वाॅरेंटिन सेंटर में भोजन नहीं मिलने को लेकर प्रवासी मजदूरों ने मंगलवार को जमकर हंगामा किया. सैकड़ों की संख्या में प्रवासी मजदूर आज दिन के 2:00 बजे क्वाॅरेंटिन सेंटरों से बाहर निकल गये और सड़क को जाम कर आवागमन को अवरुद्ध कर दिया.
मुरलीगंज मीरगंज चौक पर एनएच 107 को दोपहर दो बजे उत्क्रमित मध्य विद्यालय मीरगंज में रह रहे 120 मजदूरों ने खाना में नहीं मिलने के आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया. पूछ जाने पर श्रमिकों ने बताया कि कम्युनिटी किचन खाना भेजे जाने की बात कही जा रही है, लेकिन अभी दिन के तीन बजे तक एक घंटे से हम लोग सड़क पर हैं और खाना उपलब्ध नहीं हो पाया है.
मजदूरों ने बताया कि 120 मजदूरों के लिए सिर्फ 2 किलो दाल से खाना बनाया जाता है और उसमें दाल कहीं नजर ही नहीं आता, सिर्फ पानी ही पानी नजर आता है. यहां क्वाॅरेंटिन सेंटर के मजदूरों ने अपनी समस्याओं से अवगत करवाते हुए आगे कहा कि जनरेटर की सुविधा और दूध तथा चाय हम लोगों को उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है. उधर, केपीके क्वॉरेंटाइन सेंटर मैं भी रह रहे 142 मजदूर सड़कों पर निकलकर सड़क को जाम कर दिया.
जानकारी के मुताबिक, प्रवासी मजदूरों के हंगामे के बीच लगभग दो घंटे तक सड़कों पर आवागमन बाधित रहा. दोनों ही ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी. सूचना मिलने पर प्रभारी थानाध्यक्ष धनेश्वर मंडल एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी मौके पर पहुंचे और क्वाॅरेंटिन सेंटरों के मजदूरों को समझाने का प्रयास किया. कहा, वह सभी जगह खाना में एकरूपता लाने चाहते थे, इसलिए क्वाॅरेंटिन सेंटर के लिए कम्युनिटी किचन की व्यवस्था करवाए थे जो मजदूरों के हित में होता, पर मजदूरों ने खाना देखकर स्थानीय प्रशासन के खिलाफ मीरगंज चौक पर जमकर नारेबाजी की.
उधर, चंद्रमणि कन्या मध्य विद्यालय के क्वाॅरेंटिन सेंटर के मजदूरों ने खाना दिखाते हुए कहा कि एक छोटे से टब में कैसे 152 मजदूर खायेंगे और एक छोटे बाल्टी में 142 मजदूरों का खाना भेजा गया था जो बिल्कुल ही खाने लायक नहीं था. चंद्रमणि कन्या मध्य विद्यालय क्वाॅरेंटिन सेंटर के श्रमिकों ने मुरलीगंज बिजली स्कूल चौक पर आकर चौराहे को जाम कर दिया प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की एवं स्कूल में स्वतंत्र किचन चालू करवाने की मांग माने जाने तक लगभग 2 घंटे तक सड़क पर जमे रहें.
उत्क्रमित मध्य विद्यालय जयरामपुर में रह रहे मजदूरों ने बताया कि यहां रात अंधेरे में गुजारनी पड़ती है जनरेटर की व्यवस्था नहीं है और हम लोगों को दूध भी नहीं दिया जा रहा है. सिर्फ एलपीएम कॉलेज को छोड़कर कहीं भी लाइट की सुविधा के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर जनरेटर की व्यवस्था नहीं की गयी है. ना ही सभी सेंटरों पर एकरूपता की तरह दूध एवं से उपलब्ध करवाई जा रही है.
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वहीं, मामले को लेकर अंचल अधिकारी शशि भूषण कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस समय मजदूरों की समस्याओं से वे इस तरह परेशान हो चुके हैं कि वे इस विषय में कुछ भी नहीं कह सकते है. मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी ने बताया कि कम्युनिटी किचन शुरू किया गया था पर मजदूरों के इस तरह उग्र हो जाने के बाद स्कूल के ही रसोई को पुनः रात से शुरू करवा दिया जायेगा.
चंद्रमणि कन्या मध्य विद्यालय में 115 आदर्श मध्य विद्यालय मुरलीगंज में 100 सोनी मध्य विद्यालय में 59 एलपीएम कॉलेज काशीपुर में 84के पी महाविद्यालय में 142 बीएल हाई स्कूल मुरलीगंज में 129मीरगंज उत्क्रमित मध्य विद्यालय मीरगंज में 120उत्क्रमित मध्य विद्यालय जयरामपुर में 70उत्क्रमित उच्च विद्यालय पड़वा नवटोल 153 सभी सेंटरों को मिलाकर कुुल 972 प्रवासी मजदूर (इनपुट : संजय, मुरलीगंज)