OMG! नीतीश कुमार के लिए ऐसी दीवानगी नहीं चाहिए, सातवीं बार सीएम बनते ही युवक ने तीसरी बार काट ली उंगली

Bihar News, jahanabad news, bihar ki khabre : एक युवक की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति ऐसी दीवानगी शायद ही कहीं देखने को मिलेगी़. बिहार के घोसी प्रखंड के बैना गांव का अनिल शर्मा उर्फ अली बाबा नीतीश कुमार के बड़े फैन हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के पर अपने हाथ की एक उंगली काट कर गोरैया बाबा को चढ़ा दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | November 24, 2020 10:12 AM

बिहार में नीतीश कुमार सातवीं बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं और उन्होंने इसकी शपथ भी ले ली है. इस बीच ये खबर आ रही है कि उनके एक प्रशंसक ने उनके प्रति अपनी दीवानगी को दिखाने के लिए अपनी उंगली ही काट ली. मामला बिहार के घोसी प्रखंड के बैना गांव का है. यहां रहने वाले अनिल शर्मा उर्फ अली बाबा नीतीश कुमार के बड़े फैन हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के पर अपने हाथ की एक उंगली काट कर गोरैया बाबा को चढ़ा दिया. हम अपने सभी पाठकों को बताना चाहते हैं कि प्रभात खबर ऐसी किसी खबर का समर्थन नहीं करता है. ये गलत है.

पहले भी नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने पर अनिल ने अपनी उंगली काटी है

हालांकि, अनिल शर्मा ने पहली बार ऐसा नहीं किया है. इससे पहले भी नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने पर अनिल अपनी उंगली काट कर गौरेया बाबा पर चढ़ा चुके हैं. उनकी ऐसी दीवानगी देखकर प्रखंड के लोग भी हैरत में हैं.

सीएम बनाने के लिए मांगी मन्नत 

अनिल ने बताया कि हमने गोरैया बाबा से मन्नत मांगी थी कि बिहार के सीएम की गद्दी पर नीतीश फिर से बैठेंगे तो मैं अपने हाथ के एक उंगली काट कर उन्हें चढ़ा दूंगा. मैं अब तक तीन उंगलियां काट कर गोरैया बाबा पर चढ़ा चुका हूं.

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विधानसभा में पहली बार चुन कर पहुंचे विधायक के समर्थक परिसर के बाहर अपने -अपने नेता का करते रहे इंतजार

विधानसभा में पहली बार चुन कर पहुंचे विधायक सोमवार को शपथ के लिये पहुंचे. वहीं, उनके समर्थक परिसर के बाहर अपने -अपने नेता का इंतजार कर रहे थे. जैसे ही नेता शपथ लेकर बाहर पहुंचे, तो समर्थकों ने उनका फूल माला पहनाकर अभिनंदन किया. समर्थक शहीद स्मारक के पास खड़े थे. वहीं, खड़े होकर विधायक का इंतजार कर रहे थे. समर्थक पुल निगम के ऑफिस से आगे तक खड़े थे ताकि वह अपने विधायकों से मिल सकें.

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