साइकिल गर्ल ज्योति पासवान की फिल्म को लेकर बवाल, पिता ने फिल्म निर्माता एंड टीम पर लगाया गंभीर आरोप, प्राथमिकी दर्ज
दरभंगा : बिहार में दरभंगा जिला के सिंहवाड़ा प्रखंड अंतर्गत टेकटार पंचायत के सिरहुल्ली निवासी ज्योति पासवान के पिता मोहन पासवान ने केरल के इडुक्की निवासी फिल्म निर्माता शाइन कृष्णा उर्फ कृष्णा चंदन, कोझिकोड निवासी सजीथनाम्बियार, वलिपट्टनम निवासी फैरोज चिरामल, कन्नूर निवासी मो. मेराज पर धोखाधड़ी करने और प्रताड़ित करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करवाया है.
दरभंगा : बिहार में दरभंगा जिला के सिंहवाड़ा प्रखंड अंतर्गत टेकटार पंचायत के सिरहुल्ली निवासी ज्योति पासवान के पिता मोहन पासवान ने केरल के इडुक्की निवासी फिल्म निर्माता शाइन कृष्णा उर्फ कृष्णा चंदन, कोझिकोड निवासी सजीथनाम्बियार, वलिपट्टनम निवासी फैरोज चिरामल, कन्नूर निवासी मो. मेराज पर धोखाधड़ी करने और प्रताड़ित करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करवाया है.
बताया है कि लॉकडाउन के दौरान मई महीने में पुत्री के साथ साइकिल से घर आया था. मीडिया के माध्यम से इसकी चर्चा देश ही नहीं विदेश में भी हुई. कई लोगों ने मेरी पुत्री को सम्मानित कर आर्थिक मदद दी. इस क्रम में पुत्री की साहसिक कहानी पर फिल्म बनाने के लिए 26 जून को केरल निवासी फिल्मकार शाइन कृष्णा अपने सहयोगियों के साथ मुझसे मिलने पहुंचे. उन्हें 27 मई को चर्चित फिल्मकार विनोद कापड़ी से फिल्म निर्माण के संबंध में बातचीत होने, एडवांस के साथ एग्रीमेंट साइन कर देने की बात बतायी गयी.
बावजूद गुमराह करके उनलोगों ने अंग्रेजी में लिखे गए कुछ कागजात पर दस्तखत करवा लिए. दो हफ्ते बाद धोखाधड़ी का आभास होने पर उन्हें व्हाट्सएप संदेश भेजा कि गैरकानूनी समझौते को रद्द करने और अग्रिम की राशि लौटाना चाहते हैं. लेकिन, उनलोगों द्वारा कोई जबाब नहीं दिया जा रहा है.
डेढ़ महीने से विभिन्न माध्यमों से संपर्क करने का प्रयास कर रहा हूं, लेकिन उनलोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है और न कोई जबाब ही मिल रहा है. गवाह बने सुभाष शर्मा ने बताया कि कानूनी तरीके से कागजात बना कर भेजें, तभी समझौता रद्द होगा. 28 जुलाई को ईमेल से वह भी भेज दिया. इसका भी कोई जबाब नहीं आया. आठ अगस्त को रजिस्ट्री डाक से भेजा गया. इसका भी जबाब नहीं आया. वे लोग न तो मेरा फोन रिसीव कर रहे और न व्हाट्सएप मैसेज का कोई जबाब दे रहे हैं. उनलोगों के फर्जीवाड़े की वजह से मेरी पुत्री पर बनने वाली फिल्म का काम रूक गया है. लोगों से सम्मान और प्रोत्साहन मिलने से भविष्य सुनहरा दिख रहा था. वहीं शाइन कृष्णा एंड टीम के इस रवैये से पूरा परिवार मानसिक यातना और प्रताड़ना के दौर से गुजर रहा है.
लॉकडाउन के दौरान बीमार पिता मोहन पासवान को साइकिल के साथ गुरुग्राम से दरभंगा (सिरहुल्ली) लाने वाली बेटी ज्योति के साहसिक कहानी पर फिल्म बनाने के लिए 27 मई को चर्चित फिल्मकार विनोद कापड़ी के प्रतिनिधि उससे एग्रीमेंट साइन कराया और एडवांस दिया. प्रतिनिधि ने लॉकडाउन के बाद फिल्मकार विनोद कापड़ी के आने और बातचीत के बाद फिल्म निर्माण का काम शुरू करने का आश्वासन दिया. इस बीच 26 जून को दूसरे फिल्मकार शाइन कृष्णा उससे मिलने पहुंचे. फिल्म निर्माण करने का प्रस्ताव दिया.
उस समय एक फिल्मकार के साथ फिल्म निर्माण के लिए करार होने की बात कही गयी. लेकिन, कतिपय कारणों से उसने उसके कागजात पर भी साइन कर दिये और एडवांस भी ले लिया. इसकी जानकारी मिलते ही फिल्मकार विनोद कापड़ी ने पुलिस के माध्यम से पहले तो उसे लीगल नोटिस भिजवाया. बाद में खुद आकर मिले. कानूनी पचड़े में न पड़ने की सलाह के बाद उसका होश ठिकाने आया. इसके बाद इनलोगों ने 28 जुलाई से शाइन कृष्णा से करार रद्द करने का प्रयास शुरू किया. फोन रिसीव नहीं करने, व्हाट्सएप और ई मेल संदेश का कोई जबाब नहीं मिलने पर प्राथमिकी दर्ज करवाया गया है. (इनपुट : कमतौल से शिवेंद्र कुमार शर्मा)
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