नेपाल जाकर बाइक में सस्ते डीजल-पेट्रोल भरवाते हैं बिहारवासी, जानें बेरोजगार युवकों की मदद से कैसे चलता है तस्करी का खेल
भारतीय मूल्य की तुलना में नेपाल में डीजल व पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 18 रुपये कम रहने के चलते इन दिनों भिट्ठामोड़ व आसपास के गांव से होकर तस्करी का धंधा जोरो पर चल रहा है. प्रति लीटर 18 रुपये बचत होने की ललक में भारतीय क्षेत्र की बाइक सवार खाली टंकी नेपाल जाकर वहां से टंकी फुल कराकर लौट जाते हैं व यहां आकर टंकी का तेल निकालकर बेच देते हैं.
भारतीय मूल्य की तुलना में नेपाल में डीजल व पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 18 रुपये कम रहने के चलते इन दिनों भिट्ठामोड़ व आसपास के गांव से होकर तस्करी का धंधा जोरो पर चल रहा है. प्रति लीटर 18 रुपये बचत होने की ललक में भारतीय क्षेत्र की बाइक सवार खाली टंकी नेपाल जाकर वहां से टंकी फुल कराकर लौट जाते हैं व यहां आकर टंकी का तेल निकालकर बेच देते हैं.
यह सिलसिला पूरे दिन चलता रहता है. वहीं, साइकिल सवार पीछे के कैरियर पर दोनों साइड गैलन बांधकर दिन भर में कई बार डीजल की ढुलाई करते हैं. भिट्ठामोड़ से नेपाल जानेवाली मुख्य मार्ग के अवरुद्ध रहने के बावजूद डीजल पेट्रोल की तस्करी के धंधे में संलिप्त बेरोजगार युवक संकीर्ण रास्ते को अख्तियार किए हुए है.
नेपाल के सीमावर्ती गांव मरूवाही, थरुआही, नैनही, मालिवारा धबौली व मूसरपट्टी से निकलनेवाली संकीर्ण रास्ते तस्करों के लिए पूर्णरूपेण सुरक्षित है. सूत्रों की मानें तो इस धंधे में लिप्त तस्करों का नेपाली पुलिस से सांठगांठ है, जो प्रति खेप तय रकम देकर पूरे दिन भारत नेपाल आवाजाही करते रहते हैं.
इस धंधे में अधिकांश बेरोजगार युवक शामिल हैं, जिन्हें मजदूरी बतौर पांच रुपये प्रति लीटर की दर से दी जाती है. फिर भी इस धंधे में संलिप्त कारोबारी को अच्छी कमाई कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार, नेपाल में डीजल का मूल्य सौ रुपये नेपाली (भारतीय मूल्य 62.50) व पेट्रोल 110 रुपये नेपाली (भारतीय मूल्य 87.63) है. जबकि भारतीय मूल्य के अनुसार डीजल 80.24 व पेट्रोल 87.63 रुपये लीटर है.
हालांकि थानाध्यक्ष भोला कुमार सिंह ने बताया कि पेट्रोल व डीजल की तस्करी को लेकर उन्हें जानकारी नहीं है. संज्ञान में आया है तो वह कार्रवाई करेंगे.
Posted By: Thakur Shaktilochan