बिहार: देश के पहले ट्रांसजेंडर सिपाही रचित राज की ट्रेन से कटकर मौत, ट्रैक पार करने के दौरान हादसे में जान
देश के पहले ट्रांसजेंडर सिपाही बने बिहार पुलिस के जवान रचित राज की मौत दर्दनाक रेल हादसे में हो गयी है. रेलवे ट्रैक को पार करते समय ट्रेन से कुचले जाने पर उनकी मौत हो गयी.
हाल में ही बिहार में पहले ट्रांसजेंडर सिपाही के तौर पर नियुक्त किये गये रचित राज की दर्दनाक हादसे में मौत हो गयी है. कैमूर में रेलवे ट्रैक क्रॉस करने के दौरान रचित राज हादसे का शिकार हो गये. ट्रेन से कुचले जाने के बाद उनकी मौत हो गयी.
भभुआ रोड रेलवे स्टेशन पर क्रॉसिंग के पास दो लोगों की मौत ट्रेन से कुचले जाने के कारण हो गई. हादसे की खबर लोगों के बीच तेजी से फैली.मामले की जानकारी मिलते ही हनिया डीएसपी, जीआरपी और आरपीएफ घटनास्थल पर पहुंचे और शवों को अपने कब्जे में लिया. मृतकों की पहचान रचना कुमारी (पुलिस जवान) और रूपा कुमारी के रुप में हुई.
मृतक रचना कुमारी बिहार की पहली ट्रांसजेंडर सिपाही बनी थीं. रचना से रचित बनने के बाद 23 साल की उम्र में उसे बिहार पुलिस में बतौर सिपाही बहाल किया गया था. जिसके बाद रचित बिहार ही नहीं बल्कि देश के पहले ट्रांसजेंडर सिपाही बने. रचित राज कैमूर जिले के एसपी कार्यालय की गोपनीय शाखा में तैनात किये गये थे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार सुबह रचित व एक अन्य रेलवे क्रॉसिंग को पार कर रहे थे. इसी दौरान तेज रफ्तार ट्रेन भी उस ट्रैक से गुजर गयी और दोनों की मौत ट्रेन से कटकर हो गयी. दोनों मृतक आपस में रिश्तेदार बताए जा रहे हैं. परिजनों को इसकी सूचना फौरन दे दी गई. 23 साल की उम्र में दर्दनाक हादसे की चपेट में आकर दुनिया से चले जाने वाले रचित सिपाही बनने पर सुर्खियों में रहे थे.
सिपाही बनने के बाद रचित ने मीडिया को बताया था कि उन्हें 2016 में ऐसा एहसास होने लगा था कि वो लड़की नहीं बल्कि लड़कों के जैसा महसूस करते हैं. उन्हें लड़कियों की तरह ही सजने-संवरने में दिलचस्पी रहती. रचित ने जब सिपाही बनने के लिए आवेदन दिया तो उनका चयन हो गया और देशभर में वो चर्चे में रहे थे.