Loading election data...

Bihar News : वायरल वीडियो का असर, गोभी के खेत में ट्रैक्टर चलाने वाले किसान को मिली 10 गुनी कीमत

Kisan andolan, bihar farmer video : गोभी की कम कीमत मिलने के कारण खेत में ट्रैक्टर चलाने वाले जिले के मुक्तापुर गांव के किसान ओम प्रकाश यादव को केंद्र सरकार की ओर से मदद मिली है. दिल्ली के खरीदार ने उसकी उपज को दस गुना कीमत दी है. जिस गोभी को एक रुपये प्रति किलो खरीदने के लिए कोई तैयार नहीं था, उसे दस रुपये कीमत मिली है. ट्रांसपोर्ट का खर्च भी खरीदार ने उठाया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 17, 2020 1:18 PM

Bihar News : गोभी की कम कीमत मिलने के कारण खेत में ट्रैक्टर चलाने वाले जिले के मुक्तापुर गांव के किसान ओम प्रकाश यादव को केंद्र सरकार की ओर से मदद मिली है. दिल्ली के खरीदार ने उसकी उपज को दस गुना कीमत दी है. जिस गोभी को एक रुपये प्रति किलो खरीदने के लिए कोई तैयार नहीं था, उसे दस रुपये कीमत मिली है. ट्रांसपोर्ट का खर्च भी खरीदार ने उठाया है. यह जानकारी केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दी है.

गोभी के खेत में ट्रैक्टर चलाने की सूचना के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद किसान की मदद के लिए आगे आये. उन्होंने कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से क्षेत्र के किसानों से संपर्क किया. साथ ही फसल देश के किसी भी बाजार में पहुंचा कर उचित मूल्य दिलाने की दिशा में पहल करने का निर्देश दिया. इसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए कॉमन सर्विस सेंटर ने गोभी उत्पादक किसानों से उनकी फसल खरीद कर सीधे नयी दिल्ली के बाजार तक पहुंचा कर किसान को कई गुना अधिक मूल्य दिलाया.

जानकारी के अनुसार, कॉमन सर्विस सेंटर के वीएलइ ने सीएससी के डिजिटल प्लेटफार्म ई-किसान मार्ट पर किसान को दिल्ली में गोभी का प्रति किलो दस रुपये मूल्य ऑफर कर दिया. किसान व खरीदार के बीच आपसी सहमति के बाद कुछ ही घंटे में किसान के बैंक खाते में आधी राशि एडवांस के तौर पर भेज दी गयी. इसके बाद बुधवार की सुबह पूरी फसल ट्रक पर लोड कर किसान को शेष राशि का भुगतान कर दिया गया. इसके बाद समस्तीपुर की गोभी दिल्ली में बिकने के लिए रवाना हो गयी. ट्रांसपोर्ट का पूरा खर्च भी खरीददार ने ही वहन किया.

कॉमन सर्विस सेंटर से मिली मदद- कॉमन सर्विस सेंटर ने एक स्टार्टअप एग्री-टेन-एक्स के साथ मिलकर किसान ई-मार्ट नामका डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया है. इससे किसान देशभर के खरीददारों से संपर्क कर अपनी फसल बेच सकते हैं. इसमें खरीददार तय मूल्य पर सीधा किसान के खेत या भंडार से उपज को ट्रांसपोर्ट भेजकर उठा लेता है. किसान को अपनी उपज मंडी तक ले जाने की भी जरूरत नहीं रहती है.

Also Read: Liquor Ban in Bihar: शराबबंदी वाले राज्य बिहार में शराब का सेवन बहुत ज्यादा, महाराष्ट्र सहित इन राज्यों को छोड़ा पीछे, सरकारी रिपोर्ट में खुलासा

फसल का दाम नहीं मिलने से परेशान थे किसान- केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों ने किसान को अपनी फसल कहीं भी बेचने की आजादी दी है. मुक्तापुर के किसान जो स्थानीय मंडी में मिल रहे दाम से निराश हो कर अपनी फसल नष्ट करने पर मजबूर थे, अब स्थानीय दाम से दस गुना अधिक दाम पर दिल्ली में अपनी फसल बेच सकते हैं. फसल की कीमत गिरने के कारण क्षेत्र के किसान परेशान थे.

Next Article

Exit mobile version