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Bihar Floods 2020 : महानंदा व बरंडी के बाद अब कोसी भी लाल निशान से ऊपर, गंगा नदी भी लाल निशान छूने को आतुर

Bihar Weather Update Flood in Bihar Heavy Rain Alert Districts Wise Flood News Update in Bihar कटिहार : बिहार के कटिहार जिले की प्रमुख नदियों के जलस्तर में उतार चढ़ाव रहा. महानंदा नदी के जलस्तर में शनिवार को भी कमी दर्ज की गयी. जबकि, गंगा, बरंडी व कोसी नदी का जलस्तर उफान जारी है. बरंडी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 55 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. वहीं अब कोसी नदी भी खतरे के निशान को पार कर चुकी है. महानंदा नदी के जलस्तर में कमी के बावजूद अभी भी यह नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2020 9:06 PM

Bihar Weather Update Flood in Bihar Heavy Rain Alert Districts Wise Flood News Update in Bihar कटिहार : बिहार के कटिहार जिले की प्रमुख नदियों के जलस्तर में उतार चढ़ाव रहा. महानंदा नदी के जलस्तर में शनिवार को भी कमी दर्ज की गयी. जबकि, गंगा, बरंडी व कोसी नदी का जलस्तर उफान जारी है. बरंडी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 55 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. वहीं अब कोसी नदी भी खतरे के निशान को पार कर चुकी है. महानंदा नदी के जलस्तर में कमी के बावजूद अभी भी यह नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने के बाद कुरसेला, समेली प्रखंड के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. साथ ही फसलों को नुकसान पहुंचा है. यही स्थिति कदवा, बारसोई, बलरामपुर, आजमनगर, प्राणपुर, डंडखोरा आदि प्रखंडों की है. महानंदा नदी के जलस्तर में कमी के बावजूद भी इन प्रखंड के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैल चुका है. साथ ही धान की फसल भी पूरी तरह डूब चुका है.

इसी नदी के दुर्गापुर में जलस्तर 29.10 मीटर था, जो छह घंटे बाद जलस्तर 29.07 मीटर हो गया. गोविंदपुर में इस नदी का जलस्तर 27.24 मीटर था, जो शनिवार की दोपहर में जलस्तर 27.24 मीटर ही रहा. इस नदी का जलस्तर आजमनगर में 30.56 मीटर था, जो घटकर 30.53 मीटर हो गया. धबोल में इस नदी का जल स्तर शनिवार की सुबह 30.07 मीटर था. छह घंटे बाद दोपहर 12 बहे यहां का जलस्तर घटकर 30.03 मीटर हो गया.

दूसरे दिन भी बरंडी, गंगा, कोसी व कारी कोसी नदी में उफान

गंगा, बरंडी, कोसी व कारी कोसी नदी के जलस्तर में शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी वृद्धि दर्ज की गयी है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार गंगा नदी के रामायणपुर में शनिवार की सुबह 26.51 मीटर दर्ज किया गया, जो छह घंटे बाद यहां का जलस्तर छह सेंटीमीटर बढ़कर 26.57 मीटर हो गया है. इसी नदी के काढ़ागोला घाट पर जलस्तर 29.59 मीटर दर्ज किया गया. छह घंटे बाद शनिवार की दोपहर 29.62 मीटर हो गया. यहां गंगा नदी खतरे के निशान से मात्र 25 सेंटीमीटर नीचे है.

बरंडी नदी का जलस्तर एनएच-31 के डूमर पर शनिवार की सवेरे 31.13 मीटर दर्ज किया गया. जबकि, छह घंटे बाद दोपहर में यहां का जलस्तर बढ़कर 31.15 मीटर हो गया है. कोसी नदी का जलस्तर कुरसेला रेलवे ब्रिज पर शनिवार की सवेरे 29.95 मीटर दर्ज की गयी. दोपहर में यहां का जलस्तर 30.00 मीटर हो गया है. कारी कोसी नदी का जलस्तर सुबह में 27.58 मीटर था. शनिवार की दोपहर में यहां का जलस्तर बढ़कर 27.61 मीटर हो गया है.

बाढ़ के अथाह पानी में नाव के सहारे नहाती व बर्तन धोती है बच्ची, हो सकता है हादसा

सहरसा (बनमा ईटहरी) : शनिवार को प्रखंड मुख्यालय के जमालनगर नगर पंचायत के परसबन्नी गांव मेंं बाढ़ का पानी पांव पसार चुका है. चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. वार्ड नंबर 9, 8, 10 एवं 11 मेंं बाढ़ के पानी से लोग प्रभावित हैं. मदन शर्मा के घर के सामने चारों तरफ पानी ही पानी जमा है. मुख्य सड़क पर आने के लिए ट्रैक्टर के टायर की नाव बनाकर आवाजाही कर रहे हैं. जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.

जानकारी हो कि मुकेश यादव, नीतीश यादव, रंजीत कुमार, ओपी यादव, झारी यादव का घर पानी से घिर गया है. संपूर्ण प्रखंड इस समय बाढ़ की विभीषिका से ग्रसित है. सहुरिया पंचायत के हराहरी के राम टोला के लोगों के लिए अब तक नाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. पानी के लिए छोटे बच्चे नाव के सहारे चपाकल पर पहुंचकर बर्तन धोती और नहाती है. जो कभी भी बड़े हादसे का शिकार हो सकता है.

दूसरी ओर क्षेत्र के दर्जनों गांव की पुल, पुलिया एंव सड़क पर बाढ़ का अथाह पानी बह रहा है. खुरेशान जाने का मुख्य रास्ता पूरी तरह डूब गया है. महारस पंचायत भी बाढ़ की चपेट मेंं है. क्षेत्र मेंं बाढ़ की विभीषिका से धान की फसल नष्ट हो गया है. किसान हताश दिख रहे हैं. ग्रामीणों ने बनमा ईटहरी को बाढ़ग्रस्त घोषित करने की मांग की है. हालांकि, शनिवार को दिनभर मौसम काफी अच्छा रहा है. लेकिन, जब बारिश होती है तो बजार से लेकर गांव तक पानी जमा हो जाता है. कुछ जगहों मेंं बाढ़ग्रस्त लोग निजी नाव के सहारे आवाजाही कर रहे हैं.

दर्जनों परिवार का आशियाना नदी में विलीन होने के कगार पर

सहरसा : नवहट्टा प्रखंड क्षेत्र के सात पंचायत कोसी तटबंध के अंदर निवास करती है. वहीं सतौर पंचायत के रसलपुर में कोसी नदी की घटते बढ़ते दबाव के कारण कटाव का कहर काफी तेज हो गया है. जहां कई परिवारों का आशियाना अब तक कोसी नदी में विलीन हो चुका है. दर्जनों परिवारों का घर अब कोसी के कटाव के कगार पर है. जहां जल संसाधन विभाग के द्वारा कटाव को रोकने के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है.

नौला पंचायत के वार्ड नंबर 13 में कोसी के कटाव से रामचंद्र यादव का घर कट कर नदी विलीन हो गया. वहीं मनोज यादव, दिलीप यादव, शंकर यादव, विक्रम यादव सहित अन्य लोगों का घर कोसी नदी के कटाव के कगार पर है. वार्ड नंबर 13 निवासी आशीष कुमार ने अंचल प्रशासन व जिला प्रशासन से कटाव रोकने के लिए कटाव निरोधात्मक कार्य कराने की मांग की है. सीओ अबू अफसर ने बताया कि नौला पंचायत के रसलपुर में कटाव की जानकारी मिली है. कार्यपालक अभियंता को सूचना दे दी गयी है. जल्द ही वे स्थल का निरीक्षण कर निरोधात्मक कार्य शुरू करेंगे.

कोसी में पानी बढ़ने और घटने पर त्राहिमाम की स्थिति, घर में कैद हुए ग्रामीण

सहरसा (सलखुआ) : बिहार का शोक कही जाने वाली कोसी नदी के कभी बढ़ते तो कभी घटते पानी ने लोगों के जीवन को भयाक्रांत कर दिया है. मालूम हो कि कोसी बराज से पानी छोड़ने के बाद प्रखंड के सलखुआ अंतर्गत कई बाढ़ प्रभावित आठ पंचायतों के अलावा बनगामा, घोरमाहा, ताजपुर, बहुअरवा, साम्हरखुर्द, कबीरा गांव में बाढ़ का पानी घर में घुस गया व पूरी घर जलमग्न हो गये हैं.

पानी घुसने के बाद लोग ऊंचे स्थान की तलाश में निकल गये और कुछ लोगों का निकलना जारी है. ऐसी विषम परिस्थिति में सरकार द्वारा पीड़ित परिवारों को किसी तरह का लाभ नही मिल रहा हैं. मालूम हो कि तटबंध के भीतर बहुअरवा, पंचखुटिया, बनगामा, सितुआहा, साम्हरखुर्द, ताजपुर, घोरमाहा व अन्य गांवों में बाढ़ पीड़ित परिवार के घरों में पानी घुसने से त्राहिमाम की स्थिति है. चारों और से पानी से घिरे रहने के कारण विषम परिस्थिति उत्पन्न हो गयी है.

मवेशी देखने जा रही महिला नाव से गिरी, गहरे पानी में डूबने से हुई मौत

सहरसा (बलवाहाट) : सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के महम्मदपुर पंचायत के बैडी में 45 साल की महिला की गहरे पानी में डूबने से मौत हो गयी. बैडी निवासी राजकुमार यादव की पत्नी मंजुला देवी की मौत मवेशी बथान पर जाने के दौरान नाव से पानी में गिर कर डूबने से मौत हो गयी. कोसी तटबंध के पूर्वी कोसी बांध में सटे सभी पंचायत जलमग्न हैं.

गांव वालों ने बताया कि मृतका छोटी नाव से मवेशी को देखने बथान पर जा रही थी. रात होने के कारण ने नाव से पानी में गिरने से मौत हो गयी. रात की घटना होने के कारण पता नहीं चल पाया. बाद में पति राजकुमार यादव ने जब ढूंढ़ने का प्रयास किया तो बथान से कुछ दूरी पर मिली. लेकिन देर होने से तब तक मौत हो गयी थी. इस घटना की सूचना पर पहुंची बलवाहाट पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा शनिवार को शव को परिजन को सौंप दिया.

मृतका को दो पुत्र हैं. बैडी निवासी मनोज यादव, मनटून यादव, सुदीन यादव, विपिन यादव, सहित अन्य लोगों ने कहा कि मृतका अच्छी महिला थी. महिला की पशु के देखभाल करने के दौरान पानी में डूबने से मौत हो गयी. लोगों ने मृतका के परिजनों को सरकारी मदद देने की मांग की.

पशुचारा लाने जा रहे किसान की डूबने से मौत

कटिहार : समेली प्रखंड के मलहरिया पंचायत के बखरी गांव में शानिवार की दोपहर पशु चारा लाने जा रहे किसान की पानी में डूबने से मौत हो गयी. प्राप्त जानकारी के अनुसार बखरी गांव के वार्ड संख्या-12 के 60 वर्षीय वृद्ध किसान दिनेश महलदार अपने पशुओं का चारा लाने बहियार जा रहे थे. जहां बीच में कमलाधार पार करने के क्रम गहरे पानी में चले जाने से डूब कर मौत हो गयी.

घटना की खबर सुनते ही आसपास के ग्रामीणों ने पहुंकर मृतक को धार से बाहर निकाला. तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. इधर घटना की खबर ग्रामीणों ने अंचलाधिकारी समेली व पोठिया पुलिस को दिया. घटना की खबर सुनते ही अंचलाधिकारी राजेश कुमार व पोठिया ओपी के सअनि साहेब राम दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे. पुलिस ने सारी प्रक्रिया पूरी करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल कटिहार भेज दिया.

मृतक के पत्नी उर्मिला देवी का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है. मृतक को चार लड़की व दो लड़का है. घटना को लेकर प्रखंड प्रमुख अनुकम्पा कुमारी, जिला पार्षद सदस्य सरिता देवी, पूर्व मुखिया महेश्वरी सिंह, समाजसेवी राजकुमार भारती, गणेश कुमार आदि ने जिला पदाधिकारी कटिहार से पीड़ित परिवार के लिये आपदा के तहत मिलने वाली मुआवजा की मांग की है.

Upload By Samir Kumar

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