Bikru Case: गैंगस्टर मामले में पांच आरोपियों के बयान हुए दर्ज, मिली 14 मार्च की तारीख
Bikru Case: बिकरू कांड में शामिल रहे आरोपितों पर दर्ज गैंगस्टर के मामले में सुनवाई हुई. सोमवार को कोर्ट ने मामले में पांच आरोपितों के घटना से संबंधित सवालों के जवाब में बयान दर्ज किए. वहीं शेष आरोपितों के बयान के लिए कोर्ट ने 14 मार्च की तिथि तय की है.
Bikru Case: बिकरू कांड में शामिल रहे आरोपितों पर दर्ज गैंगस्टर के मामले में सुनवाई हुई. सोमवार को कोर्ट ने मामले में पांच आरोपितों के घटना से संबंधित सवालों के जवाब में बयान दर्ज किए. वहीं शेष आरोपितों के बयान के लिए कोर्ट ने 14 मार्च की तिथि तय की है. बिकरू कांड में जेल में निरुद्ध 30 आरोपितों पर गैंगस्टर की कार्यवाही की गई थी. जिसकी सुनवाई एडीजे- 5 गैंगस्टर कनिष्क कुमार सिंह की अदालत में चल रही है.
मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से पूर्व में कोर्ट में मामले में आगे किसी गवाह को पेश न करने की बात रखी गई थी. इस पर कोर्ट ने अभियोजन साक्ष्य समाप्त कर दिया था. साथ ही अभियुक्तों के बयान के लिए अगली तिथि तय कर दी थी. विशेष लोक अभियोजक अमर सिंह भदौरिया ने बताया कि मामले में पांच आरोपितों जय बाजपेई, प्रशांत उर्फ डब्बू राम सिंह, जहान यादव व श्यामू बाजपेई के बयान उनके अधिवक्ता शिवाकांत दीक्षित, सीपी शुक्ला व पवनेश कुमार शुक्ला की उपस्तिथि में अंकित किए गए.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि 2-3 जुलाई 2020 को चौबेपुर के जादेपुरधस्सा गांव के रहने वाले राहुल तिवारी ने विकास दुबे व उसके साथियों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया था. एफआईआर दर्ज करने के बाद उसी रात करीब साढ़े बारह बजे तत्कालीन सीओ बिल्हौर देवेंद्र कुमार मिश्रा के नेतृत्व में बिकरू गांव में दबिश दी गई थी. इस दौरान दबिश की सूचना पुलिस विभाग की ओर से लीक हो गई थी. जिसके बाद घात लगाए बैठे गैंगस्टर विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ में मिलकर पुलिस पार्टी पर ताबड़तोड़ गोलियों से हमला किया था.
जिसमे डिप्टी एसपी समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. वहीं 1 दर्जन से अधिक घायल थे. पुलिसकर्मियों की हत्या से थर्राई यूपी पुलिस ने घटना के दूसरे दिन से सुबह से ताबड़तोड़ एनकाउंटर की शुरुआत की थी. जिसमें मुख्यआरोपी विकास दुबे समेत 6 लोगों को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था. साथ ही घटना से जुड़े करीब 5 दर्जन लोग अभी भी जेल की सलाखों के पीछे हैं.
3 जुलाई की सुबह से शुरू हुए थे एनकाउंटर
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बता दें कि बिकरु कांड में पुलिस ने तीन जुलाई की सुबह विकास के रिश्तेदार प्रेम कुमार पांडेय और अतुल दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया था. इसके बाद हमीरपुर में अमर दुबे और इटावा में प्रवीण दुबे को मारा गया. फिर पुलिस कस्टडी से भागने पर पनकी में प्रभात मिश्रा उर्फ कार्तिकेय मिश्रा ढेर कर दिया गया और नौ जुलाई की सुबह उज्जैन में नाटकीय ढंग से सरेंडर हुए दहशतगर्द विकास दुबे सचेंडी थाना क्षेत्र में भागने के दौरान मारा गया था. एसटीएफ ने दावा किया था कि गाड़ी पलटने की वजह से विकास पिस्टल लूटकर भागा और गोली चलाई थी. जवाबी कार्रवाई में वो ढेर हो गया था.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी