धनबाद: स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव के सख्त निर्देश के बाद भी जिले के दो हजार से अधिक सरकारी विद्यालयों के शिक्षक बायोमीट्रिक अटेंडेंस नहीं बना रहे हैं. वहीं जिले के 736 सरकारी विद्यालयों में ई-विद्यावाहिनी पर छात्रों की उपस्थिति दर्ज नहीं हो रही. यह खुलासा विभाग की ओर से की गयी जांच में हुआ है.
जिले के कुल 1727 विद्यालयों में 1450 विद्यालयों के शिक्षक ही बायोमीट्रिक अटेंडेंस बना रहे हैं. हालांकि इन विद्यालयों के भी सभी शिक्षक बायोमीट्रिक अटेंडेंस नहीं बना रहे हैं. इस पर डीइओ प्रबला खेस और डीएसइ इंद्रभूषण सिंह ने नाराजगी प्रकट की है. उनका कहना है कि बायोमीट्रिक अटेंडेंट नहीं बनाने वाले शिक्षकों का वेतन रोका जायेगा.
जिले के किसी भी प्रखंड के सभी विद्यालयों के शत प्रतिशत शिक्षक बायोमीट्रिक अटेंडेंस नहीं बना रहे हैं. डीइओ ने बताया कि इसको लेकर सभी प्रखंड प्रसार पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने प्रखंड में 100 प्रतिशत बायोमीट्रिक अटेंडेंस सुनिश्चित करें.
जिले 1727 सरकारी विद्यालयों में से सिर्फ 993 विद्यालयों में शुक्रवार को इ-विद्यावाहिनी पर छात्रों की उपस्थिति दर्ज करायी गयी है. जबकि अभी भी 734 विद्यालय ऐसा नहीं कर रहे हैं. विभाग की ओर से प्रति दिन इस संबंध में रिपोर्ट राज्य मुख्यालय को भेजी रही है.
स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव ने शुक्रवार को राज्य भर में वर्ष 2021-22 यूडायस भरने की स्थिति की समीक्षा की. धनबाद में अबतक 28 प्रतिशत विद्यालयों ने वर्ष 2021-22 यूडायस का आकंड़ा अपलोड कर दिया है. राज्य में इस मामले में धनबाद दूसरे नंबर पर है. जिले में अभी 39 सरकारी उच्च विद्यालयों और 500 प्राथमिक व मध्य विद्यालयों ने अब तक यूडायस का आंकड़ा अपलोड नहीं किया है. शुक्रवार को इस संबंध जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रबला खेस ने सभी सरकारी व निजी विद्यालयों को यूडायस के आंकड़ों को जल्द से जल्द अपलोड करने का निर्देश दिया है. इन आंकड़ों को अपलोड करने की अंतिम तिथि 15 मई है.
Posted By: Sameer Oraon