बीरभूम, मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के दुबराजपुर के वार्ड नंबर 6, कुलु पाड़ा में गुरुवार की सुबह एक आंगनवाड़ी केंद्र के पास पोस्टर मिलने की घटना के प्रकाश में आने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. आवास योजना में भ्रष्टाचार का आरोप में लगे आंगनवाड़ी केंद्र के बाहर पोस्टर को लेकर काफी चर्चा शुरू हो गई है. पोस्टर किसने दिया यह अभी तक पता नहीं चल पाया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पोस्टर में लिखा है, ”आठ घर किसने लिए? काका-भाइपो आबर के’ ?” पोस्टर में आठ आवास योजना के मकानों का जिक्र किया गया है.
आरोप है कि काका-भाइपो के नाम पर 30 लाख रुपये के मकान दो लोगों को दे दिए गए है. हालांकि उक्त पोस्टर में नामों का उल्लेख नहीं किया गया है. दुबराजपुर नगर पालिका के मेयर से पोस्टर के द्वारा जवाब मांगा गया है. पोस्टर को पढ़ने के बाद जोरदार रूप से इलाके में सवाल उठने लगे है. ये पोस्टर किसने दिया ये अभी तक पता नहीं चल पाया है.हालांकि, मेयर पीयूष पांडे ने पोस्टर को शराबी की करतूत बताया है. उन्होंने कहा, ”पांचवें चरण में आवास योजना के मकान बांटे जा रहे हैं.
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इलाके के पार्षदों की ओर से सरकारी प्रक्रिया के तहत जिनके नाम आते हैं, उन्हें घर दे दिए जा रहे हैं. हालांकि, उन्होंने वार्ड नंबर 6 के पार्षद भास्कर रूज से इस मामले को देखने को कहा है. भास्कर रूज ने कहा, सभी वार्डों में आवास योजना का काम चल रहा है. कोई भी बुरा नहीं चाह सकता. बीजेपी का मानना है कि किसी ने आवास योजना में भ्रष्टाचार के विरोध में पोस्टर दिया है. दिन चढ़ने के साथ ही आंगनबाडी केंद्र पर लगे हस्तलिखित पोस्टर को हटा दिया गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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