सुपौल में बर्ड फ्लू ने दस्तक दी है. पशुपालन विभाग के निदेशक के आदेश पर डीएम कौशल कुमार और एसपी डी अमरश ने संयुक्त निर्देश जारी कर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन कर दिया है. इस टीम को संक्रमित पक्षियों को मारने का काम दिया गया है. वहीं बर्ड फ्लू के वायरस को फैलने से रोकने के लिए इलाके के 01 से 09 किमी तक के दायरे में सभी गांवों को चिह्नित कर जांच करने के लिए टीम बना दी गयी है. इसका मकसद समय रहते बर्ड फ्लू के वायरस को सीमित दायरे में रोकना है.
छपकाही गांव को केंद्र मानते हुए 01 किमी के दायरे में सभी गांवों के मुर्गे-मुर्गियों को मारने के लिए पशुपालन विभाग ने 4 टीम का गठन किया है. इस इलाके में अब तक 258 पक्षियों को मारा गया है और उसे भारत सरकार के मानक के अनुरूप गड्ढा खोद कर दफना दिया गया. साथ ही इस इलाके में लगातार फॉगिंग व सैनिटाइज भी किया जा रहा है.
अधिकारी ने कहा कि जिसके भी पक्षियों को मारा गया है, उनको सरकारी दर पर मुआवजा भी दिया जायेगा. कहा कि एक किलोमीटर के इलाके में फिलहाल एक भी पोल्ट्री फार्म नहीं है. अन्य जगहों पर पॉल्ट्री फार्म को चिह्नित किया जा रहा है.
Also Read: नीतीश की इफ्तार पार्टी: दो साल बाद आयोजित दावत में मुख्यमंत्री दिखे खास उत्साहित, स्वयं कर रहे थे स्वागत
जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि डोमेस्टिक पोल्ट्री फार्म के पक्षियों के संक्रमित होने के बाद इंसान के बीच इसके फैलने की संभावना बढ़ जाती है. पक्षियों के मल, लार, नाक-मुंह या आंख से स्राव के माध्यम से भी ये बीमारी इंसानों में फैल सकती है. दुकान से चिकन खरीदने के बाद उसे धोते वक्त हाथों पर ग्लव्स और मुंह पर मास्क जरूर पहनें. कच्चा मांस या अंडा भी किसी इंसान को संक्रमित कर सकता है. हालांकि विभाग द्वारा त्वरित कार्रवाई की जा रही है. लोगों को डरना नहीं चाहिए. बल्कि एहतियात बरतना जरूरी है.