ठंड लगने से कोडरमा के नवलशाही में बिरहोर महिला की हुई मौत, मददगार की आस में घंटों बैठे रहे परिजन

jharkhand news: कोडरमा के नवलशाही क्षेत्र में एक बिरहोर महिला की ठंड लगने से मौत हो गयी. सबसे दुख की बात रही कि मृतक के परिजन दाह संस्कार के लिए घंटों मददगार की आस में शव के पास बैठे रहे. हालांकि, कुछ देर बाद पुलिस प्रशासन और स्थानीय समाजसेवी के द्वारा सहयोग राशि उपलब्ध करायी गयी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2022 5:45 PM
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Jharkhand news: कोडरमा जिला अंतर्गत नवलशाही थाना क्षेत्र के विंडोमोह बिरहोर टोला मे ठंड लगने से रविवार सुबह एक वृद्ध बिरहोर महिला की मौत हो गयी. जिसकी पहचान 65 वर्षीय दहिनी बिरहोरिन के रूप में की गयी है. उक्त बिरहोर महिला बरियारडीह स्थित बिरहोर कॉलोनी में रहती थी.

जानकारी के अनुसार, मृतका एक जनवरी को विंडोमोह स्थित बिरहोर कॉलोनी अपने बेटे से मिलने आयी थी और तब से यहीं रह रही थी. दहिनी बिरहोरिन शनिवार रात अपने परिजनों के साथ खाना खाकर पत्ते से बने कुनबे में सोयी हुई थी. रविवार सुबह लगभग 4 बजे शौच के लिए वह कुनबे से बाहर निकली.

शौच से लौटने के बाद अपने बेटे सोमर बिरहोर से ठंड लगने की बात कहते हुए अलाव जलाने को कहा. इसी बीच उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी. जिससे कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गयी. दहिनी बिरहोरिन की मौत के बाद उसके परिजन दाह संस्कार के लिए किसी मददगार के इंतजार में शव को अपने कुनबे के सामने लेकर बैठे रहे.

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घंटों बाद इसकी जानकारी पत्रकारों को मिलने पर वहां पहुंच कर इसकी सूचना प्रखंड प्रशासन को दिया गया. जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी पंचम तिग्गा मौके पर पहुंच कर घटना की जानकारी लेते हुए परिजनों को दाह संस्कार के लिए अपने स्तर से सहयोग राशि दिये.

वहीं, डोमचांच बीडीओ द्वारा समाजसेवी किशोर यादव के माध्यम से आर्थिक सहयोग राशि भेजे. दूसरी ओर, मरकच्चो अंचल के राजस्व उपनिरीक्षक नीतीश द्वारा भी अपने स्तर से आर्थिक सहयोग और खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के बाद मृतका का दाह संस्कार किया गया. मौके पर आयुष चिकित्सक दिनेश कुमार, एएनएम रिधम कुमारी, एएसआई विजय सिंह, समाजसेवी बबून मोदी, मंसूर खान, डीलर आफताब आलम, रिंकू यादव, नसीम खान, मोइन खान, अफजल खान आदि मौजूद थे.

इधर, विंडोमोह स्थित बिरहोर टोला में रह रहे बिरहोर परिवार के कई सदस्यों ने बताया कि उक्त बिरहोर काॅलोनी में किसी तरह की सुविधा नहीं है. बिरहोर परिवारों के लिए बनने वाला आवास भी अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है. जिससे वे पत्ते के कुनबे में रहने को विवश हैं. वहीं, बिजली व्यवस्था नहीं रहने के कारण वो लोग ढिबरी की लौ के सहारे जीने को मजबूर हैं. पेयजल के लिए लगाया गया मोटर सोलर प्लेट की चोरी हो जाने के कारण बंद है. जिससे उनके समक्ष पेयजल की भी समस्या है.

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Posted By: Samir Ranjan.

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