बेंगाबाद (गिरिडीह): रांची स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय का 43वां स्थापना दिवस सोमवार को मनाया गया. इस मौके पर झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन मुख्य अतिथि उपस्थित थे. यह जानकारी देते हुए कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान पंकज सेठ ने बताया कि इस समारोह में कृषि उद्यमी के रूप में बेहतर कार्य करने वाले राज्य के तीन किसानों को सम्मानित किया गया. इनमें गिरिडीह के किसान बैजनाथ महतो शामिल हैं. इन्हें राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सम्मानित किया.
अच्छी आमदनी कर रहे किसान बैजनाथ
श्री सेठ ने कहा कि गिरिडीह जिले के लिए गर्व की बात है कि सम्मानित होने वाले तीन किसानों की सूची में कृषि विज्ञान केंद्र बेंगाबाद से प्रशिक्षण प्राप्त डुमरी प्रखंड के भारखर गांव निवासी किसान बैजनाथ महतो भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि बैजनाथ महतो ने यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद कृषि को उद्यम के रूप में अपनाया और जैविक व परंपरागत खेती के बल पर लाखों की आमदनी कर रहे हैं.
जैविक खेती कर रहे किसान बैजनाथ महतो
किसान बैजनाथ महतो मडुआ, गोंदली, कोदो, हल्दी, ब्रॉउन चावल, काला चावल की जैविक खेती कर रहे हैं. उन्होंने अपने उत्पाद हरियर उलगुलान ट्रस्ट के नाम से बाजार में उतारा है. पंरंपरागत ढेंकी से कुटकर चावल निकालना, हल्दी का पाउडर बनाना सहित अन्य गतिविधियों को शुरू कर मार्केटिंग प्रबंधन किया. आज उनके उत्पाद की अन्य राज्यों में भी बड़ी डिमांड है. गिरिडीह के किसान बैजनाथ महतो के राज्यपाल के हाथों सम्मानित होने की खबर से केवीके परिवार में खुशी का माहौल है.
Also Read: Jharkhand Village Story: झारखंड का एक गांव, जहां भीषण गर्मी में भी होता है ठंड का अहसास