बिरसा कॉलेज खूंटी के स्टूडेंट्स पहुंचे सरायकेला, इतिहास और कला-संस्कृति से हुए रूबरू
रांची यूनिवर्सिटी के अंगीभूत बिरसा कॉलेज खूंटी के 28 स्टूडेंट्स शैक्षणिक भ्रमण में सरायकेला पहुंचे. व यहां के कला संस्कृति, इतिहास व परंपरा के बारे जानकारी ली. सभी स्टूडेंट्स पीजी इतिहास विषय के थर्ड सेमेस्टर के थे. वे विभागाध्यक्ष डॉ अभिषेक कुमार व डॉ अंशुता तिग्गा के नेतृत्व में आये थे.
रांची यूनिवर्सिटी के अंगीभूत बिरसा कॉलेज खूंटी के 28 स्टूडेंट्स शैक्षणिक भ्रमण में सरायकेला पहुंचे. व यहां के कला संस्कृति, इतिहास व परंपरा के बारे जानकारी ली. सभी स्टूडेंट्स पीजी इतिहास विषय के थर्ड सेमेस्टर के थे. वे विभागाध्यक्ष डॉ अभिषेक कुमार व डॉ अंशुता तिग्गा के नेतृत्व में आये थे. स्टूडेंट्स के दल ने सबसे पहले सरायकेला के प्रसिद्ध माजणाघाट शिव मंदिर, जगन्नाथ मंदिर, कुदरसाही मंदिर सहित अन्य मंदिरों का भ्रमण किया. साथ ही इसके इतिहास सहित अन्य जानकारी ली.
छऊ नृत्य की ली जानकारी
मंदिरों का इतिहास जानने के बाद सभी स्टूडेंट्स राजपैलेस, राजकीय छऊ कला केंद्र में छऊ नृत्य के इतिहास और उत्पति के बारे में जाना. वही गुरू सुशांत महापात्र एवं उनके पुत्र सुमित महापात्र से छऊ नृत्य में मुखौटा निर्माण के बारे में विस्तार से जानकरी हासिल की. इसके बाद डॉ अभिषेक कुमार ने बताया कि पीजी फाईनल सेमेस्टर में प्रोजेक्ट कम रिसर्च पर छात्रों को काम करना है. जिस पर कला संस्कृति व इतिहास पर कार्य किया जा रहा है. जिसके पहले चरण में सरायकला का भ्रमण किया गया है.
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मलूटी मंदिरों का भी करेंगे भ्रमण
उन्होंने बताया कि स्टूडेंट्स देवघर एवं दुमका के मलूटी मंदिर आदि का भ्रमण कराया जाएगा. तीसरे चरण में रामगढ़, पलामू, रजरप्पा का भ्रमण किया जाएगा. बताया कि सरायकेला के इतिहास के बारे में कार्त्तिक परिच्छा द्वारा जानकारी दिया गया. जबकि राज पैलैस का भ्रमण कर बच्चों ने सरायकेला के इतिहास से अवगत हुए. मौके पर छात्र शशिकांत ने भी अपने अनुभवों के बार में बताया.
रिपोर्ट : प्रताप मिश्रा, सरायकेला