पॉलिटेक्निक के स्किल डेवलपमेंट के लिए हब बना बीआईटी सिंदरी, 5000 बी टेक स्टूडेंट अब तक हो चुके हैं ट्रेंड
स्किल डेवलपमेंट के लिहाजन वैसे तो यह तैयारी 2016 से ही चल रही है. लेकिन बीच में दो साल पहले आयी कोरोना काल को लेकर इस पर विराम लग गयी थी लेकिन एक बार पुनः राज्य के सचिव की पहल पर इसे फिर से चालू करने का न केवल निर्देश हुआ है.
धनबाद, उमेश तिवारी. धनबाद के तीन सरकारी पालिटेक्निक में टेक्निकल स्किल्ड डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट ( टीएसडीआई ) सहित एक इंजीनियरिंग कॉलेज को स्किल डेवलपमेंट के दृष्टि से तथा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत विकसित करने की तैयारी शुरू हो गई है . इस तीन पॉलिटेक्निक में राजकीय पॉलिटेक्निक धनबाद, राजकीय पॉलिटेक्निक निरसा तथा राजकीय पॉलिटेक्निक भागा में टीएसडीआई है. इंजीनियरिंग कॉलेज में धनबाद जिले का एकमात्र बीआईटी सिंदरी भी शामिल है.
यह जानकारी बीआईटी सिंदरी के प्रोफेसर डॉ पंकज राय ने दी है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा दो अन्य सरकारी पॉलिटेक्निक को भी विकसित करने की योजना है. जिसमें राजकीय पॉलिटेक्निक कोडरमा तथा राजकीय पॉलिटेक्निक दुमका भी शामिल है. जहां टीएसडीआई संचालित है. भविष्य में तमाम सरकारी पॉलिटेक्निक को टीएसडीआई संचालित करने की योजना है.
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2016 से ही चल रही है इसकी तैयारी
स्किल डेवलपमेंट के लिहाज से वैसे तो यह तैयारी 2016 से ही चल रही है. लेकिन बीच में दो साल पहले आयी कोरोना काल को लेकर इस पर विराम लग गयी थी लेकिन एक बार पुनः राज्य के सचिव की पहल पर इसे फिर से चालू करने का न केवल निर्देश हुआ है. उक्त निर्देश के आलोक में पहल भी शुरू हो चुकी है. इसको लेकर बीआईटी सिंदरी नामक इंजीनियरिंग कॉलेज को हब बनाया गया है. यहां सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत एक प्रबंधक स्तर का अधिकारी भी नियुक्त है. यहां संबंधित विषय पर कार्य भी शुरू हो चुका है.
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यहां चल रही है प्रशिक्षण देने की तैयारी
बीआईटी सिंदरी सीमेंस के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में ट्रेनर तैयार किया जा रहा है, जो कि भविष्य में इस पर काम करेगा. भविष्य में राज्य के तमाम पॉलिटेक्निक को इसको लेकर बीआईटी सिंदरी में झारखंड के विभिन्न कोने से लगभग पांच हजार बीटेक स्टूडेंट्स को अब तक ट्रेंड किया गया है, क्यों कि भविष्य में ऐसे ट्रेंड लोगों की आवश्यकता अधिक होगी.