तृणमूल के इन दो मंत्रियों ने तोड़ी आचार संहिता, आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग पहुंची भाजपा
तृणमूल कांग्रेस के दो मंत्रियों पर आसन्न विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रभावी आदर्श आचार संहिता को भंग करने का आरोप लगा है. यह आरोप प्रदेश भाजपा ने लगाया है. भाजपा के राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता ने चुनाव आयोग का दो विषयों पर ध्यान आकृष्ट कराया है.
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के दो मंत्रियों पर आसन्न विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रभावी आदर्श आचार संहिता को भंग करने का आरोप लगा है. यह आरोप प्रदेश भाजपा ने लगाया है. भाजपा के राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता ने चुनाव आयोग का दो विषयों पर ध्यान आकृष्ट कराया है.
उनका आरोप है कि 27 फरवरी को आदर्श आचार संहिता के लागू होने के बाद राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने एक मस्जिद परिसर में राजनीतिक सभा की थी, जो आचार संहिता का उल्लंघन है. इसके अलावा 27 फरवरी को ही हावड़ा में अरूप राय के नेतृत्व में बंद पड़े रामकृष्णपुर सहकारिता बैंक को खुलवाकर लोगों को पैसे दिये गये.
इसके अलावा अन्य क्लबों व संगठनों को भी पैसे दिये जा रहे हैं. इस संबंध में श्री दासगुप्ता ने चुनाव आयोग का ध्यान खींचा है. उधर, प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि हत्या के मामले में कैद अनीसुर रहमान नामक व्यक्ति को पांसकुड़ा में सरकार ने चुनावी इस्तेमाल के लिए छोड़ दिया है. ऐसा आदर्श आचार संहिता लागू होने के एक दिन पहले किया गया.
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इसके अलावा राज्य सरकार बैक डेट में क्लबों को पैसे दिलवा रही है. श्री भट्टाचार्य ने यह भी कहा कि ब्रिगेड में वाममोर्चा-कांग्रेस-आइएसएफ की सभा में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की राजनीति दिखी. उनके मुताबिक, ऐसा तृणमूल के उकसावे पर किया गया. बंगाल को विभाजनकारी तत्व फिर से बांटने की साजिश कर रहे हैं.
श्री भट्टाचार्य के अनुसार, वाममोर्चा और कांग्रेस ने ‘भाईजान’ के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. लेकिन राज्य की जनता इस राजनीति का जरूर जवाब देगी. भाईजान फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी को कहा जा रहा है, जो इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आइएसएफ) के सबसे बड़े नेता हैं.
Posted By : Mithilesh Jha