उत्तर हावड़ा की स्थिति सुधारने में नाकाम रहे कांग्रेस, वाम व तृणमूल, इस बार जनता मुझे ही देगी आशीर्वाद, बोले बीजेपी नेता उमेश राय
उमेश राय का कहना है कि प्रचार के दौरान उन्हें जिस तरह से लोगों का स्नेह और समर्थन मिल रहा है, इस बार उनकी जीत निश्चित है. जनता इस बार उत्तर हावड़ा सीट पर कमल फूल खिलायेगी और जोड़ा फूल का अंत हो जायेगा. भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि आजादी के बाद से उत्तर हावड़ा सीट पर कांग्रेस, वाम व तृणमूल कांग्रेस का कब्जा रहा. स्थित जस की तस बनी हुई है.
हावड़ा : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के चौथे चरण में हावड़ा जिला की हाइ-प्रोफाइल सीट उत्तर हावड़ा में 10 अप्रैल को वोट होना है. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने स्थानीय नेता उमेश राय को अपना उम्मीदवार बनाया है. उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही उमेश राय पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में उतर गये. चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी.
उमेश राय का कहना है कि प्रचार के दौरान उन्हें जिस तरह से लोगों का स्नेह और समर्थन मिल रहा है, इस बार उनकी जीत निश्चित है. जनता इस बार उत्तर हावड़ा सीट पर कमल फूल खिलायेगी और जोड़ा फूल का अंत हो जायेगा. भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि आजादी के बाद से उत्तर हावड़ा सीट पर कांग्रेस, वाम व तृणमूल कांग्रेस का कब्जा रहा. स्थित जस की तस बनी हुई है.
उन्होंने कहा कि 20 साल तक इस सीट पर वाम मोर्चा का कब्जा रहा. वर्ष 2011 में तृणमूल कांग्रेस सत्ता में आयी. इस सीट पर भी जोड़ा फूल खिला. जनता को उम्मीद थी कि वाम के कुशासन से मुक्ति मिलने के बाद अब उत्तर हावड़ा में विकास होगा, लेकिन पिछले 10 वर्षों में कट मनी, सिडिंकेट व तृणमूल कांग्रेस की गुटबाजी का नुकसान विधानसभा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ा.
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अब भी पेयजल की किल्लत से जूझ रहे लोग
भाजपा उम्मीदवार उमेश राय कहते हैं कि पेयजल की किल्लत अभी भी यहां बनी हुई है. शर्म की बात है आजादी के 70 साल बीत जाने के बावजूद यहां के नागरिकों को स्वच्छ पेयजल भी नसीब नहीं हुआ. डायरिया से पीड़ित होकर आये दिन यहां के लोग सत्यबाला आइडी अस्पताल में भर्ती होते हैं.
50 साल में हावड़ा में नहीं बना कोई सरकारी अस्पताल
उन्होंने कहा कि उत्तर हावड़ा की बदनसीबी कुछ ऐसी है कि 50 वर्षों में यहां एक अस्पताल नहीं खुला. स्कूल व कॉलेज भी नहीं बने. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर कभी चर्चा भी नहीं हुआ. जलजमाव की समस्या आजादी के समय से है. वर्ष 2013 में नगर निगम में तृणमूल कांग्रेस की बोर्ड बनी. हावड़ा शहर के लोगों को बड़ी उम्मीद थी कि कोलकाता लंदन नहीं बन सका, लेकिन हावड़ा बर्मिंघम जरूर बनेगा. ऐसा भी हुआ नहीं.
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श्री राय ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के पार्षद व नेता कट मनी लेने में इस तरह मशगूल रहे कि पूरे शहर का बंटाधार हो गया. स्थिति ऐसी है कि नगर निगम के पास पिछले पांच साल का ऑडिट रिपोर्ट नहीं है. करोड़ों रुपये का गबन हुआ है. भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि पूरे बंगाल के साथ उत्तर हावड़ा में भी जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है.
बंगाल चाहता है भाजपा की डबल इंजन सरकार
श्री राय ने कहा कि यहां की जनता कांग्रेस, वाम मोर्चा और तृणमूल कांग्रेस को मौका देकर सब कुछ देख चुकी है. बंगाल की जनता भी चाह रही है कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार बने, जिससे पूरे राज्य का समग्र विकास हो सके. उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि इस बार जनता उन्हें आशीर्वाद देकर विधानसभा जरूर भेजेगी.
हावड़ा की इन 9 विधानसभा सीटों पर 10 अप्रैल को मतदान
पश्चिम बंगाल में चौथे चरण में पांच जिलों की 44 सीटों पर विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा. हावड़ा की 9 सीटों डोमजूर, बाली, हावड़ा उत्तर, हावड़ा मध्य, शिवपुर, हावड़ा दक्षिण, संकराईल, पांचला और उलुबेड़िया पूर्व में वोटिंग होगी. इसके अलावा दक्षिण 24 परगना की 11 (सोनारपुर दक्षिण, भांगड़, कसबा, जादवपुर, सोनारपुर उत्तर, टालीगंज, बेहला पूर्व, बेहला पश्चिम, महेशतला, बजबज और मटियाबुर्ज) में भी वोटिंग है.
हुगली की 10 विधानसभा सीटों उत्तरपाड़ा, श्रीरामपुर, चांपदानी, सिंगूर, चंदननगर, चुंचुड़ा, बालागढ़, पांडुआ, सप्तग्राम और चंडीतला के अलावा उत्तर बंगाल के अलीपुरदुआर की 5 विधानसभा सीटें कुमारग्राम, कालचीनी, अलीपुरदुआर, फालाकाटा और मदारीहाट एवं कूचबिहार की 9 सीटों मेकलीगंज, माथाभांगा, कूचबिहार उत्तर, कूचबिहार दक्षिण, सीतलकुची, सिताई, दीनहाटा, नटबाड़ी और तूफानगंज पर इसी दिन मतदान होगा.
Posted By : Mithilesh Jha