लॉकडाउन के दौरान प्राइवेट स्कूलों में फीस को भाजपा ने बनाया मुद्दा, सड़क पर उतरकर किया प्रदर्शन
कोरोना महामारी व लॉकडाउन के मद्देनजर निजी स्कूलों में फीस बढ़ाने के विरोध में विभिन्न प्राइवेट स्कूलों के अभिभावक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसे मुद्दा बना लिया है और राजनीतिक रंग देते हुए फीस माफ करने की मांग को लेकर सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
कोलकाता : कोरोना महामारी व लॉकडाउन के मद्देनजर निजी स्कूलों में फीस बढ़ाने के विरोध में विभिन्न प्राइवेट स्कूलों के अभिभावक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसे मुद्दा बना लिया है और राजनीतिक रंग देते हुए फीस माफ करने की मांग को लेकर सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
सोमवार को राज्य शिक्षा विभाग के कार्यालय ‘विकास भवन’ के सामने प्रदेश भाजपा के शिक्षा प्रकोष्ठ के नेतृत्व में विरोध-प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन में भाजपा महासचिव लॉकेट चटर्जी व सायंतन बसु सहित अन्य नेताओं ने भाग लिया. लॉकेट चटर्जी ने घोषणा की कि राज्य के प्रत्येक जिले में निजी स्कूलों में फीस घटाने की मांग को लेकर भाजपा प्रदर्शन करेगी.
सुश्री चटर्जी ने कहा कि कई राज्यों ने निजी स्कूलों से जानना चाहा है कि उन लोगों ने कितनी फीस माफ की है. ओड़िशा सरकार ने प्रत्येक स्कूल को निर्देश दिया है, जबकि राज्य (पश्चिम बंगाल) के शिक्षा मंत्री ने ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया है. मुख्यमंत्री ने भी ऐसा कोई कदम अब तक नहीं उठाया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केवल बयानबाजी कर रही हैं.
लॉकेट चटर्जी ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों को इस बाबत कोई निर्देश या पत्र नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार क्लब व मेला के आयोजन में धन खर्च कर रही है. क्या स्कूलों को राज्य सरकार मदद नहीं दे सकती? स्कूलों के बस नहीं चल रहे हैं. लाइब्रेरी व लैबोरेटरी बंद हैं, लेकिन उसका शुल्क लिया जा रहा है, जबकि मुख्यमंत्री को चाहिए कि चार माह के लिए सभी निजी स्कूलों को निर्देश दें कि बंद के दौरान की फीस माफ करें.
Posted By : Mithilesh Jha